सावधान: सूरत में ऑक्सीजन के 20 टन उत्पादन के मुकाबले मांग 200 टन तक पहुंच गई
सूरत में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, इसके साथ ही ऑक्सीजन पर निर्भर मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। इससे ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग में वृद्धि हुई है। सूरत सिविल और स्मीमेर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर के मुख्य आपूर्तिकर्ता के अनुसार पिछले दो दिनों में सूरत में 4,000 से 6,000 छोटे और बड़े सिलेंडर की मांग देखी गई है।
सूरत शहर और ग्रामीण इलाकों में ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग भी बढ़ गई है। 20 टन के उत्पादन के मुकाबले मांग 200 टन पर देखी गई है। सिविल अस्पताल, स्मीमेर अस्पताल के रोगियों के साथ-साथ घर पर उपचार प्राप्त करने वाले कोरोना रोगियों को भी ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए सुबह 4 बजे से लगभग 500 मीटर की लाइन देखी जाती है। कुछ लोग नए सिलेंडर लेने आते हैं, कई सिलेंडर भरने आते हैं।
गौरतलब कि पहले सिलेंडर बनाने वाले पाइप चीन से आते थे, लेकिन अब यह बंद हो गया है और केवल भारत में निर्मित किया जा रहा है, जिसके कारण इसकी कीमत थोड़ी बढ़ गई है।
ऑक्सीजन सिलेंडर आपूर्तिकर्ता ने कहा कि स्थिति गंभीर है। तीन दिन पहले 3500 ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग थी। जो कि कल 4900 और आज 6000 है। आपूर्ति कंपनी का सूरत के हजीरा में एक बड़ा प्लान्ट है। मांग बहुत अधिक है, दिन और रात की लाइनें लगती हैं लेकिन मांग पूरी नहीं की जा सकती है।