प्रादेशिक

माता एवं बच्चे को स्वस्थ रहने के लिए पोषक तत्व युक्त भोजन लेना आवश्यक – मीणा

काछवा में पोषण पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

उदयपुर ( कांतिलाल मांडोत )। माता एवं बच्चे को स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक पोषक तत्व युक्त भोजन लेना आवश्यक है। नवजात शिशु के लिए मां का दूध अमृत एवं संपूर्ण आहार के समान होता है इसके पिलाने से बच्चे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है। उन्होने कहा की छः माह तक बच्चे को केवल माता का ही दूध पिलाए । छः माह बाद बच्चे को उपरी आहार दे जिसमें चावल एवं दाल का पानी पिलाए जिससे बच्चे में पोषण की वृद्वि होगी। यह बात आज भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो ] उदयपुर की ओर से गोगुन्दा पंचायत समिति की काछवा ग्राम पंचायत के राजीव गांधी सेवा केंद्र पर कुपोषण छोड़ पोषण की ओर थामे, क्षेत्रीय भोजन की डोर पर आज मंगलवार को आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के उदघाटन समारोह मे सहायक निदेशक रामेश्वर लाल मीण ने कही । सहायक निदेशक मीणा ने पोषण से जुडे बिन्दुओं , आजादी से जुडे पहलुओं , कोविड उचित व्यवहार एवं वैक्सीनेशन, योग के महत्व , स्वच्छ भारत अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा की देश में कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए भारत सरकार ने झंुझुनू से 08 मार्च 2018 को पोषण अभियान की श्ुरूआत की थी। इस अभियान के अंतर्गत भारत को कुपोषण से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया हैं , लेकिन यह लक्ष्य तभी प्राप्त किया जा सकेगा जब हर महिला – पुरूष पोषण के महत्व के बारे में जागरूक होगें।

महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, ग्राम पंचायत के संयुक्त तत्वांवधान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए गोगुन्दा चिकित्सा अधिकारी डाॅ अजीत सिंह ने कहा की किसी भी देश के विकास के लिए बच्चो, किशोरियों ,गर्भवती महिलाओं व स्तनपान कराने वाली माताओ के शाररिक एवं मानसिक विकास के लिए सही पोषण मिलना आवश्यक है। उन्होने कहा की पोषण की शुरूआत बच्चे के गर्भ में होने से ही करनी चाहिए जिससे माॅ और बच्चे में कुपोषण की समस्या पैदा ही नही होगी। उन्होने कुपोषण को दूर भगाने के लिए पोष्टिक आहार जिसमें हरे पत्ते बाली सब्जी , दूध , दाल आदि का अधिक से अधिक प्रयोग करने की अपील की। उन्होने गर्भवती महिलाओं के उचित खानपान, मोटे अनाज के उपयोग के बारे में देते हुए महिलाओ से कहा की छोटी उम्र में माॅ ना बनंे एवं बच्चो जन्म में अन्तराल जरूर रखे और बच्चे का सम्पूणर््ा टीकाकरण तथा संस्थागत प्रसव कराने पर बल दिया।

महिला एवं बाल विकास विभाग गोगुन्दा की महिला पर्यवेक्षक राधा गुर्जर ने महिलाओं से कुपोषण से बचने के लिए आयरन की पूर्ति के लिए हरी ताजी पत्तेदार सब्जियां, प्रोटीन के लिए विभिन्न प्रकार की दालें एवं कैल्शियम की पूर्ति के लिए दूध, दही इत्यादि का पर्याप्त मात्रा में सेवन करने की सलाह दी । महिला पर्यवेक्षक पुष्पा गमेती ने पोषण माह के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा की जा रही गतिविधियों पर विस्त्त जानकारी दी। महिला प्र्यवेक्षक प्रतिभा तेली ने बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण कराने एवं किशोरी बालिकाओं के लिए फॉलिक ऐसीड आयरन की गोलियां उपयोग करने तथा कुपोषण से बचाव हेतु संतुलित आहार के महत्व पर पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर पोषण पर प्रतिभागियों को शपथ दिलवाई गई एवं पोषण जागरूकता कार्यक्रम के दौरान आयोजित की जाने वाली सही पोषण देश रोशन पर रंगोली ,पोष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता एवं म्युजिकल चेयर रैस तथा मौखिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजताओं को विभाग की और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत काछवा के उप सरपंच खेली लाल, वार्डपंच इन्दर सिंह,उदकी बाई , पंचायत सहायक रीना पण्ड्या एवं ए.एन.एम नेनिता सहित गांव की महिला,किशोर बालिकाए तथा कार्यकर्ताओ ने हिस्सा लिया।

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