जानें केजरीवाल ने सूरत के विजयी पार्षदों को क्या दिया गुरूमंत्र
सूरत में आप की धमाकेदार एन्ट्री से उत्साहित होकर आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सूरत की जनता से रूबरू होने सूरत पहुंचे। आप के विजयी पार्षदों से रुबरू होकर उन्हें लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याओं का हल करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जनता सब कुछ सहन कर सकती है लेकिन अपने अपमान को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकती। अपने घर या कार्यालय में आने वाले किसी भी व्यक्ति से सम्मानपूर्वक बात करें और उनका काम पूरा करने की कोशिश करें।
राजनीति में आज सम्मान बहुत बड़ी चीज हो गई है। जीतने वाले उम्मीदवारों को अपने वार्ड में कार्यालय खोलना होगा। अगर किसी के पास ऑफिस खोलने के लिए पैसे नहीं हैं, तो घर को ऑफिस बनाना होगा। आपको जो नंबर देना है उसे देना होगा और यह नंबर सभी वार्डों में घोषित करना होगा।
रात के दो बजे भी अगर कोई आपके पास मदद के लिए आए तो मदद के लिए तैयार रहना होगा। दिल्ली में काम के जोर पर विधानसभा में 68 सीट आयी थी। लगातार दूसरी बार भी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार आयी है। यह मेरा पहला मौका है। विधानसभा में इसकी वजह से 68 सीटें थीं। आम आदमी पार्टी इस मॉडल पर पूरे देश में चुनाव लड़ रही है।
हम पूरे गुजरात के लोगों से उस काम पर वोट करने के लिए कहेंगे जो आप 27 लोग करेंगे। हम 27 हैं वे 93 है लेकिन संख्या के बारे में घबराने की जरूरत नहीं है। आप एक आदमी 10 पर भारी पड़ सकता है।
सूरत के लोगों ने आपको विपक्ष की भूमिका दी है। आप उन लोगों को नानी याद दिला दो। उन लोगों को गलत मत करने देना। पूरा गुजरात को पता चलना चाहिए कि सूरत में एक अलग प्रकार की राजनीति शुरू हुई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नवनियुक्त पार्षदों में नई उजार्ï का संचार किया।