बीतने लगे गम के अंधेरे, उदयपुर के गोगुन्दा में मिले मात्र 6 कोरोना पॉजिटिव
उपखण्ड अधिकारी नीलम लखारा ने ऐतिहायत बरतने की दी सलाह
उदयपुर (कांतिलाल मांडोत) कोरोना संक्रमण में घटते देख लोगों में उम्मीद की किरण जगी है। उदयपुर में सतत घटते कोरोना मरीजों से आगामी दिनों में जनजीवन के लिए अच्छे संकेत से इंकार नही किया जा सकता है। करीब 38 हजार से ऊपर कोरोना मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज ले चुके है। यह शहरी जनता के लिए शुभ समाचार है। ग्रामीण क्षेत्र में मरीजों की संख्या घट रही है। उदयपुर के गोगुंदा,कोटड़ा,सायरा और दुरुस्त इलाको से मरीजों की संख्या कम जरूर हुई है लेंकिन नाबूद नही हुई है। झाड़ोल क्षेत्र से भी कोरोना मरीज घटते नजर आ रहे है।
गोगुंदा में आज छह कोरोना पॉजिटिव मिलने से राहत मिली है। सायरा चिकित्सा अधिकारी आर एस मीणा ने बताया कि आज कोरोना के छह मरीज मिले है। गोगुन्दा चिकित्सा अधिकारी ओपी रायपुरिया के मार्गदर्शन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीजो की अच्छी देखभाल करने के कारण मरीज उनकी कार्यप्रणाली की भूरी भूरी प्रशंसा करते थकते नही है। यही वजह है कि गोगुन्दा क्षेत्र के दूर दराज गांवो से उपचार के लिए रायपुरिया के पास आते है। मिलनसार स्वभाव की वजह से मरीज ओपी रायपुरिया से ही जांच कराकर दवाइयां लेते है।
अलबत,महामारी के दौर में अफवाहों का बाजार गरम है। अपने अपने नुस्खों से कोरोना का इलाज किया जा रहा है।लोग गोबर के लेप से कोरोना भगाने की कोशिश करते है। सरकारी डॉक्टरो ने इसे सिरे से खारिज किया है। इसका कोई वैज्ञानिक आधार नही है। गांवों में नीम हकीम के चक्कर मे आकर लोग अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठ रहे है। झोलाछाप के चक्कर मे नही आना है। शरीर मे कोई सिमटन्स दिखाई देते है तो आप सरकारी डॉक्टर से परामर्श ले सकते है। यह याद रहे कि कोरोना की बीमारी में इंजेक्शन और ड्रिप नही चढ़ाई जाती है। कोई झोलाछाप इस तरह की बात कर आपको बेबकूफ बनाता है तो आप सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सूचना दे सकते है।
होमाऐसोलेट से बाहर निकलने और लॉकडाउन के दौरान बेवजह बाहर निकलने वाले लोगो पर पुलिस प्रशासन सख्त है। आप बिना वजह घरो से बाहर नही निकले। तौकते चक्रवात को लेकर क्षेत्र में भय बना हुआ है। गोगुन्दा उपखण्ड अधिकारी नीलम लखारा ने लोगो को बिना वजह बाहर नही निकलने की सलाह दी है। चक्रवात से किसी तरह की जानमाल की हानि होती है तो ड्राफ्ट बनाकर सरकार को भेज दिया जायगा। िजससे पीडि़त व्यक्ति को सरकार से मुआवजा राशि मिल सके। विद्युत विभाग को अलर्ट रहने के आदेश उपखंड अधिकारी ने दिए है। लिहाजा,सचिव और पटवारियों को हेडक्वॉर्टर में ही रहने के आदेश उपखण्ड अधिकारी ने जारी किए है।