
सूरत कपड़ा बाजार में ठगी की नई तरकीब : रिक्शा चालक की मदद से सस्ते माल का लालच देने वाला ठग गिरोह सक्रिय
ठगी करने वाले गिरोह के खिलाफ खटोदरा पुलिस में शिकायत दर्ज
देश के अन्य राज्यों से खरीद के लिए आने वाले कपड़ा व्यापारियों को रिक्शा चालकों द्वारा रेलवे स्टेशन से उधना-मगदल्ला रोड स्थित साईं दया सिल्क मिल तक का लालच दिया गया और अग्रिम भुगतान प्राप्त करने के बाद ऑर्डर के अनुसार माल नहीं भेजा गया या हॉल की गुणवत्ता का माल भेज दिया गया। ठगी करने वाले गिरोह के खिलाफ खटोदरा पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है।
केरल के वंदुर स्थित वायलेट गारमेंट में सूरत शहर के व्यापारी से माल खरीदकर भेजने का काम करनेवाले मुकेश वनाभाई चौधरी (उम्र 24, गांधीनगर, खटोदरा कॉलोनी, उधना दरवाजा) ने पिछले अप्रैल को दलाल के हवाले से रिक्शा में बैठकर उधना-मगदल्ला रोड पर नवरंग इंडस्ट्रियल सोसाइटी में जाकर साईं दया सिल्क मिल्स से कुर्ती के 6 हजार पीस की कीमत 2.14 लाख में खरीदा था।
एडवांस पेमेंट की बात करने पर मुकेश ने वायलेट गारमेंट के मालिक सुनील वलाकोंडे से बात की और पेमेंट का भुगतान कर दिया। जहां शक्ति पाटिल उर्फ लीलाधर लक्ष्मण गायकवाड़, हसन मकबूल हुसैन सैयद, राजू उर्फ अबुबकर सद्दीक शेख, लोकेश उर्फ राहुल अशोक लालवानी थे लेकिन उन्होंने ठीक से जवाब नहीं दिया।
मुकेश मार्केट में जांच करने पर पता चला कि यह ठगों का गिरोह है और ऑर्डर के मुताबिक सामान नहीं भेजकर या सस्ता कपड़ा, कुर्ती, साड़ी आदि देने का झांसा देकर अग्रिम भुगतान कराकर घटिया क्वालिटी का सामान भेजकर ठगी करता है। इस तरह ठगों के गिरोह ने हैदराबाद जयपुर इंदौर पुणे तमिलनाडु आंध्र प्रदेश के मिलाकर 10 व्यापारियों से 11.13 लाख रुपए हेड लिए थे।