
बीजेपी ने अपने चार उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जिसमें जे.पी. नड्डा, गोविंद ढोलकिया, मयंक नायक और जसवन्तसिंह परमार ने अपनी उम्मीदवारी दाखिल की है। राज्यसभा चुनाव 27 फरवरी को होने वाले हैं। नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले विधानसभा में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा। ढोल-नगाड़े के साथ चारों प्रत्याशियों ने अपनी उम्मीदवारी दाखिल की। इस दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और प्रदेशाध्यक्ष सीआर पाटिल मौजूद रहे। राज्यसभा के चार उम्मीदवारों की बात करें तो तीन उम्मीदवार गुजराती हैं, जबकि एक आयातित जेपी नड्डा हैं। गोविंद ढोलकिया सौराष्ट्र से हैं और वर्तमान में सूरत में रहते हैं, वह दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करेंगे, जसवन्तसिंह परमार मध्य गुजरात का प्रतिनिधित्व करेंगे और मयंक नायक उत्तर गुजरात का प्रतिनिधित्व करेंगे।
ढोलकिया को नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है
गोविंद ढोलकिया के बारे में बात करें तो वे पाटीदार अग्रणी और हीरा इंडस्ट्री में बड़ा नाम है। उन्होंने सौराष्ट्र में जल संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण काम किया है। ढोलकिया को नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है। रामकृष्ण डायमंड्स के चेयरमैन गोविंद ढोलकिया हीरा उद्योग में एक बड़ा नाम हैं। उन्होंने अपनी अनूठी कार्यशैली और आध्यात्मिक स्वभाव से हीरा उद्योग में एक अनूठी पहचान बनाई है। मूल रूप से दुधाला, अमरेली के रहने वाले गोविंदभाई ने सत्तर के दशक में कम उम्र में हीरा घीसने का काम शुरू किया और हीरा उद्योग में इतिहास रच दिया।
केवल सात कक्षा तक पढ़े है गोविंद ढोलकिया
केवल सात कक्षा तक पढ़े गोविंदभाई ने संसाधनशीलता और ईमानदारी के साथ एसआरके साम्राज्य का निर्माण किया है, जिसमें 6000 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। वह सामाजिक कार्यों में भी अग्रणी रहे हैं। खासकर स्वास्थ्य सेवा में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। गोविंदकाका ने सरल और सैद्धांतिक जीवन शैली अपनाई है और जीवन जीने के इस दर्शन को अपने सामाजिक कार्यों में दिखाया है। इस उपलब्धि के सम्मान में उन्हें इंडस यूनिवसिटी अहमदाबाद द्वारा मानद पीएचडी उपाधि से सम्मानित किया गया। डॉ. गोविंदभाई ढोलकिया भले ही कम पढ़े-लिखे हों, लेकिन उनकी साधनकुशलता किसी भी कॉरपोरेट को शर्मसार कर देती है।