राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच ने चंद्रकांत पाटिल के विवादास्पद बयान को लेकर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
सूरत। शुक्रवार को औरंगाबाद शहर में महात्मा फुले, डॉ. भीमराव अंबेडकर और कर्मवीर भाऊराव पाटिल को लेकर चंद्रकांत पाटिल ने विवादास्पद बयान दे दिया था। जिसका पूरे देश में विरोध शुरू हो गया है। वहीं आज सूरत में उनका विरोध किया गया।
महाराष्ट्र के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने अपने एक बयान में कहा था कि, महात्मा फुले-आंबेडकर और कर्मवीरों ने स्कूल शुरू करने के लिए भीख मांगी थी। इस बयान के बाद राज्य में बवाल मच गया। कई लोग चंद्रकांत पाटिल की आलोचना कर रहे है। राज्य में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी हुए।
इस बीच पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान चंद्रकांत पाटिल पर स्याही फेंकी गई थी। इस घटना से राज्य में तनाव का माहौल पैदा हो गया। स्याही फेंकने वाले के शख्स के खिलाफ 307 का मामला भी दर्ज किया गया था। युवक के खिलाफ दर्ज मामला वापस लेने की मांग की है।
सूरत में राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच ने चंद्रकांत पाटिल के विवादास्पद बयान को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर दलित नेता कुणाल सोनवने सहित समाज अग्रणी उपस्थित रहे।