धर्म- समाज
दर्शन-ज्ञान-चरित्र के उपकरण दर्शन के लिए रखे गए
सूरत। श्री सूरत पांजरापोल घोड़दौड़ रोड शाखा,जहां दर्शन चौमुखजी प्रतिष्ठित किया गया था। इसके ठीक बगल में दर्शन-ज्ञान-चरित्र के उपकरण दर्शन के लिए रखे गए हैं। जैन धर्म में देरासर, साधु-साध्वीजी के लिए भगवान के साथ-साथ विद्या के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरण भी दर्शन के लिए रखे गए हैं।
श्री सहस्रफना पार्श्वनाथ भगवान की 252 वी सालगिरी, ओंकारसूरीश्वरजी महाराज की जन्म शताब्दी वर्ष और युगप्रधान आचार्यश्री चंद्रशेखर विजय महाराज की 12वीं वार्षिक पुण्यतिथि पर कार्य किया गया। इस कार्य का मुख्य लाभार्थी श्री मानेकलाल नानचंद परिवार और पूरा आयोजन श्री सहस्रफना पार्श्वनाथ पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया गया।