कपड़ा व्यापारी ने महिधरपुरा क्षेत्र के हीरा बाजार में मिले हीरों के पैकेट को मूल मालिक को लौटाकर ईमानदारी की मिसाल पेश की। जिसके लिए सूरत डायमंड एसोसिएशन ने कपड़ा व्यापारी को सम्मानित किया।
कपड़ा उद्योग से ताल्लुक रखने वाले विपिन डायाभाई गोयानी महिधरपुरा के हीराबार से गुजर रहे थे, तभी अचानक उन्हें सड़क पर रफ हीरों का एक पैकेट मिला। जिसमें करीब 15 लाख रुपये के हीरे थे। हीरे के पैकेट में मूल मालिक का नाम व मोबाइल नंबर भी था।
हीरों का पैकेट मिलने के बारे में विपिनभाई ने अपने मित्र रमेश से बात की। रमेशभाई ने विपिनभाई को सूरत डायमंड एसोसिएशन कार्यालय से हीरे के पैकेट को मूल मालिक को वापस करने के बारे में बताया। तब विपिनभाई रमेशभाई के साथ सूरत डायमंड एसोसिएशन कार्यालय में आये और सारी बात बताई।
एसोसिएशन द्वारा पैकेट में मिले मोबाइल नंबर के आधार पर हीरे के मालिक अनिलभाई को सूचना दी गई और कार्यालय बुलाया गया। जब अनिलभाई कार्यालय पहुंचे तो उनसे लापता हीरे के बारे में सारी जानकारी लेने के बाद इसकी पुष्टि की गई। आश्वस्त होने के बाद हीरे का पैकेट मूल मालिक अनिलभाई को सौंप दिया गया।
विपिनभाई गोयानी को सूरत डायमंड एसोसिएशन द्वारा 15 लाख रुपये का हीरा मिलने के बाद भी हीरे के मालिक को वापस करने में उनकी ईमानदारी के लिए सम्मानित किया गया था। इस दौरान डायमंड एसोसिएशन के अध्यक्ष नानू वेकरिया, उपाध्यक्ष जगदीश खुंट समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।