कपड़ा व्यापारी अनोखे तरीके से मनाया जन्मदिन,जानकर आप भी करेंगे सलाम
दुनिया समेत देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में कई लोगों ने अपने परिजनों को खो दिया। इस संकट की घड़ी में सूरत में कोरोना काल में माता-पिता को खोने वाले छात्रों की मदद के लिए टेक्सटाइल उद्यमी आगे आया है। टेक्सटाइल उद्यमी ने अपने 37 वें जन्मदिन पर माता-पिता की छत्रछाया खोने वाले 37 छात्रों की एक साल की स्कूल फीस भरकर बच्चों का भविष्य को संवारनïे का प्रयास किया।
कपड़ा व्यापारी सम्राटभाई पाटिल ने कहा कि कोरोना के समय में कई बच्चे ऐसे थे जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया था। जिन्होंने माता-पिता दोनों को खोया है ऐसी बच्चों की सरकार मदद करेगी लेकिन अभी भी कुछ ऐसे बच्चे हैं जो इस मदद से वंचित हैं। तो मेरे मन में यह विचार आया कि मैं अपने जन्मदिन पर 21 बच्चों को गोद लूंगा जिन्होंने इस कोरोना में अपने माता-पिता को खो दिया है। और वर्तमान में वे अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पा रहे हैं, पिता की छाया गंवानेï से बच्चों की शिक्षा जारी रखना मुश्किल हो जाता है, इसलिए मैं ऐसे 21 बच्चों को एक वर्ष तक शिक्षित करने का खर्च वहन करूंगा। मैं इंटरनेट सहित खर्च वहन करूंगा।
सभी बच्चे लिंबायत, डिंडोली, गोडादरा के रहने वाले है। जो लोग कोरोनाकाल के दौरान आर्थिक तंगी के कारण फीस का भुगतान नहीं कर सके थे। मैं अपने 37वें जन्मदिन के अवसर पर 37 बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए फीस दी। सभी अभिभावकों को स्कूल के नाम पर एक चेक दिया है। सम्राट स्कूल की मदद से सभी माता-पिता विद्या मंदिर में एकत्र हुए और चेक वितरित किए गए। सम्राट पाटिल जन्मदिन पर अनोखी पहल की लोगों द्वारा सराहना की जा रही है और कहा कि अन्य लोगों ने भी इसी तरह से समाज कार्य करने की प्रेरणा लेनी चाहिए।