मानव जन्म बड़े भाग्य से मिला है, इसकी कदर करों : विशोकानंद भारती
सत्संग के बाद सभी भक्तो ने भंडारा प्रसाद ग्रहण किया
सूरत। शहर के सिटीलाइट स्थित प्रेम प्रकाश आश्रम में आज रविवार 4 अगस्त को सत्संग सभा में बीकानेर के राजगुरु निर्बाँन्पीठादेश्वर महा मंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती ने अपने सत्संग प्रवचन में बताया कि ये जो मानव जन्म मिला है बड़े भाग्य से मिला है, परन्तु हम इसकी कदर नही करते। कर्तव्य धर्म सदाचार से जाग गये तो ठीक, अगर चुक गये तो चौरासी योनियों में भटकना पड़ेगा। संत गुरु निस्वार्थ कामना रहित परमारथ का पथ प्रकाशित करते है।
गुरूजी ने रामायण, गीता, वेद उपनिषद के आधार पर बहुत सरल तरीके से आत्म विद्या, मृत्यु क्या है उसका मार्मिक रहस्य समझाया। स्वामी ब्रह्मानंद जी शास्त्री जी ने भी आभार प्रगट करते हुए सब को प्रेरणा दी। भक्तो को आशीर्वाद शुभकामनाएं देकर परमात्मा के चरणो में प्रार्थना की और भगवान के पावन नाम का संकीर्तन करवाया। सत्संग के बाद सभी भक्तो ने भंडारा प्रसाद प्राप्त किया।