एकल श्रीहरि वनवासी विकास ट्रस्ट द्वारा 2 श्रीहरि मंदिर रथों का लोकार्पण
देश की वर्तमान सामाजिक परिस्थितियों में एकल श्रीहरि के महत्व को समझाया
सूरत। एकल अभियान के अंतर्गत देश के वनवासी समाज का प्राथमिक शिक्षा एवं संस्कार के माध्यम से चौतरफा विकास करके उन्हें राष्ट्र की मुख्य धारा में शामिल करने को प्रयासरत एकल श्रीहरि वनवासी विकास ट्रस्ट द्वारा दो नए मंदिर रथों का लोकार्पण रविवार को डूमस स्थित अग्र एग्जॉटिका में विधिपूर्वक वैदिक मंत्रोचार के साथ किया गया। ये रथ सूरत चैप्टर की ओर से ये 7वें और 8वें रथ थे और देश के 101 और 102वें रथ थे।
इस मौक़े पर आयोजित कार्यक्रम में दोनो रथों के दानदाता बालकिशन पोद्दार एवं डॉ किशोरभाई एवं कल्पनाबेन फ्रूटवाला को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य वक्ता एकल अभियान के मार्गदर्शक एवं प्रेरणा स्रोत श्याम गुप्त ने अपने संबोधन में गुजरात की धरती को नमन करते हुए देश की वर्तमान सामाजिक परिस्थितियों में एकल श्रीहरि के महत्व को समझाया।आयोजन में एकल श्रीहरि मुंबई से पधारे विनय सारडा एवं संगीता सारडा ने संगीतमय अंताक्षरी की मनमोहक प्रस्तुति दी।
एकल श्रीहरि के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीए महेश मित्तल ने रथ के दानदाताओं का परिचय दिया, एकल श्रीहरि योजनाओं की जानकारी और आगामी लक्ष्यों की जानकारी प्रदान की। गुजरात प्रदेश अध्यक्ष रतनलाल दारूका ने उपस्थित महानुभावों का स्वागत किया। इस मौक़े पर सूरत चेप्टर के अध्यक्ष रमेश अग्रवाल, मंत्री विश्वनाथ सिंघानिया, सहित क़रीबन तीन सौ से ज़्यादा लोग उपस्थित रहें। आयोजन में मंच का संचालन अंकुर बिजाका ने किया।