महंत हेमन्तदास फाउंडेशन करेगा मरीजों का नि:शुल्क फिजियोथेरापी का उपचार
रोबोटिक फिजियोथेरापी सेंटर में कोई कैश काउंटर नहीं होगा
सूरत। शहर के महंत हेमन्तदास फाउंडेशन ने सामाजिक दायित्व का वहन करते हुए सराहनीय पहल की है। शहर के बच्चों को और बड़ों में लकवा एवं दिव्यांगता, जोड़ों, घुटना, कंधा, कमर के दर्द के लिए नि:शुल्क फिजियोथेरापी की सेवा प्रदान की जाएगी।
महंत हेमन्तदास फाउंडेशन के ताराचंद खुराना ने बताया कि महंत हेमन्तदास फाउंडेशन द्वारा संचालित सनस्टार रोबोटिक फिजियोथेरापी सेंटर, 4 फ्लोर, सांई आशीष ट्रेड सेंटर, सेंकड वीआईपी रोड वेसू में गुजरात का सर्वप्रथम ट्रस्ट संचालित जर्मन तकनीक वाले अत्याधुनिक मशीनों से फिजियोथेरेपी की जाएगी। इसकी खासियत यह है कि रोबोटिक फिजियोथेरापी सेंटर में कोई कैश काउंटर नहीं होगा। इस सेन्टर में सभी प्रकार के पीड़ित का उपचार निःशुल्क किया जाएगा।
समाजसेवी श्री खुराना ने कहा आज के समय में चलते-चलते ब्रेन स्टोक एवं लकवा की शिकायत हो जाती है। सभी लोग उपचार के लिए सक्षम नहीं होते हैं। कुछ पैसे के अभाव में बीमारी को टालते जाते हैं जो एक गंभीर समस्या बन जाती है। इस तरह के सेन्टर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में क्यों नहीं शुरु करते हैं? का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि शहर से वहां जाने के लिए कोई तैयार नहीं होता है। यदि वहां जाने व नौकरी करने के लिए लोग तैयार होवें तो वहां भी सेन्टर शुरु कर सकते हैं। इसलिए हम वहां के लोगों को यहां लाकर उपचार करते हैं।
डॉ. श्रद्धा बलदानिया एवं डॉ. दीप्ति देसाई ने बताया कि सेंटर सोमवार से शनिवार सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहेगा। फिजियोथेरापी एक तरह का चिकित्सक उपचार है, जो कई तरह की रिकवरी के साथ शरीर की जकड़न को दूर कर सकती है। दर्द या शरीर की जकड़न का इलाज सिर्फ दवा से ही काफी नहीं होता, इसके अलावा फिजियोथेरेपी से भी शारीर की जकड़न और दर्द को कम किया जा सकता है। फिजियोथेरेपी एक ऐसी तरह की थेरेपी होती है, जो मेडिकल साइंस का ही एक हिस्सा है।