सैमसंग ई.डी.जी.ई. सीजन 9 के विजेताओं ने जेन जेड की सोच और जियो टारगेटिंग में नवाचार से तकनीकी समाधानों की पेश की नई दिशा!
गुरुग्राम, भारत : भारत के सबसे बड़े कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड सैमसंग ने अपने प्रतिष्ठित वार्षिक कैम्पस प्रोग्राम सैमसंग ई.डी.जी.ई. (Empowering Dreams Gaining Excellence) के नौवें संस्करण के विजेताओं की घोषणा कर दी है। यह प्रोग्राम युवाओं को उनके व्यावसायिक कौशल, रणनीतिक सोच और नेतृत्व क्षमता को दिखाने का शानदार मंच प्रदान करता है।
इस साल के संस्करण में भारत के 40 प्रतिष्ठित संस्थानों से 15,000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इनमें बी-स्कूल, इंजीनियरिंग कॉलेज और डिजाइन स्कूल के प्रतिभाशाली छात्र शामिल थे। ये सभी युवा प्रतिभागी नवाचार और सहयोग की भावना के साथ अपने कौशल का प्रदर्शन करते नजर आए। गुरुग्राम में आयोजित फिनाले में सैमसंग साउथवेस्ट एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ जेबी पार्क सहित सैमसंग इंडिया के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। यह आयोजन सैमसंग के लिए नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और भविष्य के लीडर्स को समर्थन देने का प्रतीक बना।
सैमसंग साउथवेस्ट एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ जेबी पार्क ने कहा, “सैमसंग में नवाचार हमारे हर काम की बुनियाद है। सैमसंग ई.डी.जी.ई. कार्यक्रम ने कई सालों से विद्यार्थियों को सशक्त बनाते हुए उन्हें अपनी रचनात्मकता और इनोवेटिव आइडियाज दिखाने का मंच दिया है। इस साल की जबरदस्त भागीदारी और उत्साह देखकर हम बेहद खुश हैं। यह प्रेरणादायक है कि इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों और कैंपसों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। खासतौर से युवाओं में नवाचार और समस्याओं को हल करने की उनकी लगन देखकर काफी अच्छा लगा।”
इस साल एक्सएलआरआई जमशेदपुर की टीम आरएसपी ने राष्ट्रीय विजेता का खिताब अपने नाम किया। उन्होंने उपभोक्ताओं से जुड़ाव बढ़ाने के लिए अपनी अनूठी रणनीति के जरिए जूरी का दिल जीत लिया। टीम ने ब्रांड मैस्कॉट्स, जियो-टारगेटिंग, जेन एमजेड हॉटस्पॉट टैगिंग और मॉल एक्टिवेशन जैसे इनोवेटिव तरीकों का सुझाव दिया। इन विचारों का मकसद उपभोक्ताओं के साथ मजबूत जुड़ाव बनाना और उन्हें स्थानीय व व्यक्तिगत अनुभवों के माध्यम से जोड़ना था। टीम के सदस्यों प्रांजलि भाटिया, सिद्धार्थ द्विवेदी और रोहन भारद्वाज को ₹4.5 लाख का नकद पुरस्कार, सैमसंग के फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स और प्री-प्लेसमेंट ऑफर्स से सम्मानित किया गया।
क्सएलआरआई जमशेदपुर की टीम चेवी67 ने प्रथम उप-विजेता का स्थान हासिल किया। उनकी रणनीति स्मार्ट होम मार्केट पर आधारित थी, जिसमें उन्होंने ऐसा इकोसिस्टम बनाने का सुझाव दिया जो पूरी तरह से आपस में जुड़ा हुआ और भविष्य के लिए तैयार हो। यह इकोसिस्टम ग्राहकों को खरीदारी के हर कदम पर मार्गदर्शन करते हुए उनका अनुभव बेहतर बनाने पर केंद्रित था। टीम में अपूर्वा मित्तल, चयन बनर्जी, और शुभम त्रिपाठी शामिल थे। उन्हें इस शानदार प्रदर्शन के लिए 3 लाख रूपए का नकद पुरस्कार दिया गया।
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड, कोलकाता की टीम फीनिक्स दूसरी उप-विजेता बनी। उनका आइडिया बेहद इनोवेटिव था, जिसमें उन्होंने ‘स्पिन टू विन’ स्मार्ट क्यूआर कोड्स और सस्टेनेबल डिज़ाइन के साथ एक शानदार और असीम अनुभव की परिकल्पना की। उनकी रणनीति का मकसद अनुभव आधारित रिटेल और सस्टेनेबिलिटी के जरिए ब्रांड और उपभोक्ता के बीच जुड़ाव को मजबूत करना था। साथ ही, उन्होंने मार्केटिंग और उत्पाद की रणनीतियों के माध्यम से ग्राहकों को गहराई से जोड़ने और भविष्य के लिए तैयार अनुभव प्रदान करने पर जोर दिया। टीम में वरुण गोयल, उमंग जैन, और सक्षम जैन शामिल थे। इस बेहतरीन प्रयास के लिए उन्हें 1.5 लाख रूपए का नकद पुरस्कार मिला।
इस साल सैमसंग ई.डी.जी.ई. के लिए कुल 5713 टीमों ने रजिस्ट्रेशन किया, जिनमें से 1432 टीमों का चयन कैम्पस राउंड के लिए किया गया। इन टीमों ने गहन शोध और रणनीतिक सुझावों के साथ मामलों के सारांश तैयार किए। इसके बाद 59 टीमें रीजनल राउंड में पहुंचीं, जहां उन्होंने अपने विस्तृत समाधान पेश किए। इनमें से केवल टॉप 8 टीमों ने नेशनल राउंड के लिए क्वालीफाई किया। फाइनल राउंड से पहले इन टीमों को सैमसंग के लीडर्स से विशेष मेंटरशिप मिली, ताकि उनके आइडिया को और बेहतर बनाया जा सके।