सूरत

सरकार की RBSK योजना से हेमिल के एक नहीं, बल्कि दो बार हुए ऑपरेशनः आज हेमिल पूरी तरह स्वस्थ है और कक्षा 4 में पढ़ाई कर रहा है

बारडोली तालुका के मसाड़ गांव के धर्मेंद्रभाई पटेल के बेटे हेमिल की होठ और तालू की जन्मजात विकृति का इलाज सफलतापूर्वक किया गया

सूरत । बारडोली तालुका के मसाड़ गांव के एक किसान परिवार में जन्मा हेमिल जन्म से ही एक विशेष प्रकार की शारीरिक विकृति के साथ पैदा हुआ था। उसके होठों में दरार थी और तालू (पैलेट) का विकास नहीं हो पाया था। ये दोनों समस्याएं उसके जीवन के लिए बाधक बन गई थीं। चिकित्सा विज्ञान में इस स्थिति को “क्लिफ्ट लिप एंड पैलेट” (Cleft Lip and Palate) कहा जाता है, जिसमें बच्चे को खाने, पीने और बोलने में कठिनाई होती है।

लेकिन सरकार की RBSK (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) योजना के तहत हेमिल के दो बार नि:शुल्क ऑपरेशन किए गए। जन्म के सातवें महीने में होठ का और नौ साल की उम्र में तालू का ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया। इस योजना ने हेमिल और उसके परिवार को एक नई आशा और खुशी दी है।

हेमिल के पिता धर्मेंद्रभाई पटेल ने बताया “मेरे बेटे को जन्म से ही होठ और तालू की विकृति थी। जब वह 7 महीने का हुआ, तब RBSK टीम हमारे गांव में जांच के लिए आई। उन्होंने हमें सरकार की योजना के बारे में जानकारी दी और बताया कि ऑपरेशन नि:शुल्क होगा। उन्होंने हमें U.N.M. चिल्ड्रन हॉस्पिटल, कामरेज में इलाज के लिए मार्गदर्शन दिया।

इसके बाद RBSK योजना के तहत हेमिल का होठ का ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया। लेकिन संघर्ष तब और बढ़ गया जब वह 9 साल का हुआ। तालू की समस्या को लेकर एक और ऑपरेशन आवश्यक हो गया। उस समय भी सरकार की RBSK योजना के अंतर्गत हमें सहायता प्राप्त हुई और ऑपरेशन सफल रहा। आज हेमिल पूरी तरह स्वस्थ है, वह कक्षा 4 में पढ़ता है, खेलता-कूदता है, मुस्कुराता है और सामान्य बच्चों की तरह जीवन जी रहा है।”

धर्मेंद्रभाई पटेल ने आगे कहा “हमारा परिवार खेती पर निर्भर है, आय सीमित है। जब बेटे में जन्मजात विकृति देखी, तो चिंता यही थी कि ऑपरेशन का खर्च कैसे उठाएंगे। लेकिन सरकार की RBSK योजना के तहत दो सफल ऑपरेशनों ने मेरे बेटे को एक सामान्य जीवन दिया है। अब उसे न खाने में, न पीने में और न बोलने में कोई तकलीफ है। वह हर काम आसानी से कर सकता है। सरकार की इस योजना ने मेरे बेटे को भी बाकी बच्चों की तरह एक स्वस्थ जीवन दिया है। हम सरकार के आभारी हैं।”

मेडिकल ऑफिसर डॉ. रुनाली कप्तान ने बताया कि “इस तरह के दुर्लभ मामलों में यदि समय रहते सही पहचान और त्वरित इलाज मिल जाए, तो बच्चे को सामान्य जीवन देना संभव है। हेमिल को समय पर उपचार मिला, आज वह पूरी तरह स्वस्थ है। उसे देखकर हमारी आंखों में सुकून और संतोष की भावना आती है। कल्पना करें, यदि यह योजना न होती, तो न जाने हेमिल को कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता – यह सोचकर ही रूह कांप जाती है।

RBSK (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) क्या है?

RBSK यानी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम भारत सरकार की एक स्वास्थ्य-कल्याण योजना है, जिसके अंतर्गत 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। यदि किसी बच्चे में कोई गंभीर रोग, विकृति या जन्मजात समस्या पाई जाती है, तो उसकी चिकित्सा या ऑपरेशन भी पूरी तरह नि:शुल्क किया जाता है।
गुजरात में यह योजना हजारों बच्चों को नया जीवन दे चुकी है और अनेक परिवारों के लिए यह आशीर्वाद सिद्ध हुई है।

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