
प्लाइवुड, हार्डवेयर उत्पादों और हार्ड टूल्स पर केंद्रित मानकीकरण, गुणवत्ता प्रमाणन और गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों पर सत्र आयोजित
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) सूरत के वरिष्ठ निदेशक एवं प्रमुख एस.के. सिंह ने उद्यमियों और व्यापारियों को बीआईएस की कार्यप्रणाली, प्रमाणन प्रक्रिया और गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों के बारे में विस्तृत जानकारी दी
सूरत। द सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने बुधवार को समृद्धि, नानपुरा, सूरत में प्लाइवुड, हार्डवेयर उत्पादों और हार्ड टूल्स पर केंद्रित मानकीकरण, गुणवत्ता प्रमाणन और गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों पर एक सत्र का आयोजन किया। इस सत्र में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) सूरत के वरिष्ठ निदेशक एवं प्रमुख एस.के. सिंह ने उद्यमियों और व्यापारियों को बीआईएस की कार्यप्रणाली, प्रमाणन प्रक्रिया और गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने कहा कि आज जब भारतीय उद्योग विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रहा है, गुणवत्ता प्रमाणपत्र और मानकीकरण अत्यंत आवश्यक हो गए हैं। प्लाइवुड, हार्डवेयर और हार्ड टूल्स उद्योगों में गुणवत्ता मानकों का पालन करके व्यापारी न केवल भारत में अपने उत्पाद बेच सकेंगे, बल्कि उनका निर्यात भी कर सकेंगे।
एस.के. सिंह ने कहा कि बीआईएस का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उपलब्ध कराने हेतु निर्माताओं में गुणवत्ता के प्रति जागरूकता पैदा करना और उन्हें निर्धारित मानकों के अनुसार उत्पादन हेतु प्रोत्साहित करना है। सरकार द्वारा कई उत्पादों के लिए गुणवत्ता नियंत्रण आदेश अनिवार्य कर दिए गए हैं और अब प्लाईवुड, हार्डवेयर और टूल्स जैसी श्रेणियों में कार्यरत उद्योगों के लिए बीआईएस प्रमाणपत्र प्राप्त करना अनिवार्य हो गया है।
उद्योगपति और व्यापारी उचित मार्गदर्शन और समय पर आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से आसानी से बीआईएस प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने बीआईएस प्रमाणन प्राप्त करने की प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज़, प्रयोगशाला परीक्षण, लाइसेंस शुल्क और अनुपालन सत्यापन के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।
सत्र में चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष अशोक जीरावाला और उद्यमी उपस्थित थे। चैंबर समूह के अध्यक्ष नैनेष पच्चीगर ने सत्र का संचालन किया। चैंबर रिटेल ट्रेड समिति के अध्यक्ष प्रमोद भगत ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। समिति के सह-अध्यक्ष मितेश शाह ने वक्ताओं का परिचय दिया। एस.के. सिंह ने व्यापारियों की बीआईएस संबंधी भ्रांतियों को दूर किया और फिर सत्र का समापन हुआ।