
अहमदाबाद के प्रसिद्ध लैप्रोस्कोपिक ऑन्को-गायनेक सर्जन डॉक्टर के 2 रीसर्च पेपर प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जर्नल्स में प्रकाशित
ईवा वीमेन हॉस्पिटल के डॉ. दीपक लिम्बाचिया ने एंडोमेट्रियल कैंसर और बाउल एंडोमेट्रियोसिस की सर्जरी में नई तकनीकों पर अध्ययन किया है
अहमदाबाद: प्रसिद्ध लैप्रोस्कोपिक ऑन्को-गायनेक सर्जन तथा ईवा वीमेन हॉस्पिटल, अहमदाबाद के संस्थापक डॉ. दीपक लिम्बाचिया ने मेडिकल रीसर्च में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उनके 2 नए रीसर्च पेपर प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जर्नल्स में प्रकाशित हुए हैं। ये शोध एंडोमेट्रियल कैंसर और बाउल एंडोमेट्रियोसिस जैसे स्त्रीरोग कैंसर संबंधी मामलों के एडवान्स सर्जरी टेक्निक्स पर केंद्रित हैं।
ईवा वीमेन हॉस्पिटल दो दशकों से महिलाओं के जटिल रोगों के वर्ल्ड क्लास इलाज को समर्पित अग्रणी संस्थान है, जो एंडोमेट्रियोसिस के इलाज में अपनी विशेष पहचान रखता है। हाल ही में जटिल लेप्रोस्कोपिक तथा ओन्कोलोजिकल सर्जरी के अत्याधुनिक इलाज के लिए ईवा वीमेन हॉस्पिटल अहमदाबाद शहर के सोला सायन्स सिटी विस्तार में नया अस्पताल शुरू किया गया है।
एंडोमेट्रियोसिस मुख्यतः महिलाओं में पेल्विक पेइन है, जो मासिक धर्म से जुड़ा होता है। इसमें महिलाओं को सामान्य से कहीं अधिक दर्दनाक पीरियड्स आते हैं । इसके अलावा यौन संबंध के दौरान दर्द, शौच या पेशाब में तकलीफ, अत्यधिक रक्तस्राव, पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग, पेट फूलना, थकान, मतली, अवसाद, चिंता और बांझपन जैसी समस्याएं भी पाई जाती हैं। ईवा वीमेन हॉस्पिटल में मिनिमली इनवेसिव तकनीकों द्वारा मरीजों का सुरक्षित इलाज करने तथा जल्दी रीकवरी को प्राथमिकता देने के साथ सेवाओं को अधिक से अधिक आधुनिक व प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
ईवा वीमेन हॉस्पिटल में जर्मनी की Karl Storz कंपनी का सबसे आधुनिक इंटीग्रेटेड ऑपरेशन थिएटर सिस्टम है, जो गुजरात में अपनी तरह का पहला है। संक्रमण नियंत्रण के लिए अत्याधुनिक प्लाज्मा स्टरलाइजेशन सिस्टम का उपयोग किया जाता है। अहमदाबाद का यह होस्पिटल एकमात्र सिंगल सुपर स्पेशियालिटी सेन्टर है जहां डोक्टर्स तथा स्टाफ सभी मरीजों के इलाज के लिए एक साथ मिलकर एक मिशन के रूप में काम करते हैं।
अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जर्नल्स में प्रकाशित
पहला अध्ययन, जर्नल ऑफ द सोसाइटी ऑफ लैप्रोस्कोपिक एंड रोबोटिक सर्जन्स (SLS)में प्रकाशित हुआ। इसमें बाउल एंडोमेट्रियोसिस के मेनेजमेन्ट पर रीसर्च किया गया। यह रीसर्च बेहद कष्टप्रद लक्षण पैदा करने वाले गंभीर एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित एक-तिहाई महिलाओं से संबंधित है । इस शोध में डॉ. दीपक लिम्बाचिया व साथी शोधकर्ताओ नें जनवरी 2023 से जून 2024 के बीच 17 महिलाओं का इलाज “सिंगल-स्टेपलर लैप्रोस्कोपिक रीसेक्शन और एनास्टोमोसिस तकनीक” के द्वारा कर उसका मूल्यांकन किया । परिणामों में सभी मरीजों को बिना बड़े कोम्पलिकेशन्स के आराम मिला और सर्जरी के बाद जल्दी सुधार देखा गया। यह तकनीक सुरक्षित, प्रभावी और राहत देने वाली साबित हुई।
दूसरा अध्ययन एंडोमेट्रियल कार्सिनोमा पर केंद्रित था। इसमें सर्जिकल निर्णय प्रक्रिया की एक्युरेसी बढ़ाने में इन्ट्रा-ऑपरेटिव फ्रोज़न सेक्शन (IFS)की भूमिका का विश्लेषण किया गया। रीसर्च में ट्यूमर के ग्रेडिंग, मायोमेट्रियल इन्वेशन तथा लिम्फ नोड इन्वोल्वमेन्ट का परीक्षण किया गया। मार्च 2018 से सितंबर 2024 के बीच लैप्रोस्कोपिक स्टेजिंग सर्जरी से गुज़री 100 महिलाओं पर यह शोध किया गया। परिणामों ने दिखाया कि IFS ने 97% मामलों में अंतिम हिस्टोपैथोलॉजी से मेल खाते निष्कर्ष दिए। मायोमेट्रियल इन्वेशन का 93.7% सटीक मूल्यांकन, लिम्फ नोड की संलिप्तता का 98.3% और ट्यूमर ग्रेडिंग का 78.2% सही आकलन प्राप्त हुआ। यह अध्ययन साइंस डायरेक्ट में प्रकाशित हुआ । इसमें निष्कर्ष निकाला गया कि IFS- सर्जरी के दौरान सटीक निर्णय लेने का एक महत्वपूर्ण अंग है । यह अनावश्यक जटिलताओं को भी कम करता है।
प्रसिद्ध लैप्रोस्कोपिक ऑन्को-गायनेक सर्जन, जिनके रीसर्च पेपर कईं अन्य प्रतिष्ठित शोधपत्रों में भी प्रकाशित हुए हैं, डॉ. लिम्बाचिया ने इन दोनों अध्ययनों पर बोलते हुए कहा, “इन शोधो में कई वर्षों की मेहनत और समर्पण लगा है। इनका उद्देश्य जटिल स्त्रीरोगों से पीड़ित महिलाओं का बेहतर इलाज सुनिश्चित करना है। अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में इन शोधों का प्रकाशन हमारे लिए गर्व की बात है।”
सर्जरी से अलावा डॉ. लिम्बाचिया इस क्षेत्र में एज्युकेशन और ट्रेनिंग के लिए भी समर्पित हैं। उन्होने 2012 से अब तक दुनिया भर से आए सैकड़ों डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया है। उनका उद्देश्य एडवान्स टेक्निक्स का लाभ ज़्यादा से ज़्यादा रोगियों तक पहुंचाना है।
डॉ. लिम्बाचिया ने कहा, “ईवा वीमेन हॉस्पिटल का वादा है—सबसे बेहतर इलाज, अत्याधुनिक तकनीक और विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ।”