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इंफ्रास्ट्रक्चर आधारित विकास के ज़रिए 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना भारत का संकल्प – नितिन गडकरी

आईसीसी ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 का समापन

मुंबई, 22 सितंबर 2025: इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स (आयसीसी) द्वारा मुंबई में संस्था के शताब्दी वर्ष में आयोजित “वन नेशन, मल्टीपल अपॉर्चुनिटीज” विषय पर दो दिवसीय ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 का आयोजन किया गया जिसमें 20 से अधिक देशों के पॉलिसी मेकर्स, राजनयिकों, कॉर्पोरेट लीडर्स, उद्यमियों और इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स सहित 1,500 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर कई हाई-ग्रोथ क्षेत्रों पर चर्चा और एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साथ, इस आयोजन ने ग्लोबल ट्रेड, इंवेस्टमेंट और इनोवेशन के केंद्र के रूप में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा की पुष्टि की।

उद्घाटन दिवस पर  केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री  नितिन गडकरी ने अपने भाषण में इंफ्रास्ट्रक्चर पर आधारित विकास का लाभ उठाकर 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के भारत के दृष्टिकोण को स्पष्ट किया। उनके साथ महाराष्ट्र विधानसभा के  अध्यक्ष  राहुल नार्वेकर, महाराष्ट्र के  मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार  कौस्तुभ धावसे और कंबोडिया के वाणिज्य उप मंत्री महामहिम पेन सोविचेट भी उपस्थित थे। इस मौके पर आईसीसी के अध्यक्ष और जिंदल स्टेनलेस के मैनेजिंग डायरेक्टर  अभ्युदय जिंदल ने संवाद, नवाचार और समावेशी विकास को बढ़ावा देने में इस ग्लोबल समिट की भूमिका पर ज़ोर दिया।

दूसरे दिन शिखर सम्मेलन के सबसे महत्वपूर्ण परिणामों में से एक आईसीसी और इंडियन बिजनेस एंड प्रोफेशनल काउंसिल (आईबीपीसी), कुवैत के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुए, जिससे ट्रेड प्रमोशन, निवेश सुगमता, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, परामर्श और संयुक्त व्यावसायिक आयोजनों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने की नींव रखी गई। इस एमओयू की वैधता पाँच वर्ष की है और इसे स्वतः नवीनीकृत किया जा सकता है।

आईसीसी के अध्यक्ष और जिंदल स्टेनलेस के मैनेजिंग डायरेक्टर,  अभ्युदय जिंदल ने शिखर सम्मेलन के बारे में बताया कि, “आईसीसी ग्लोबल बिज़नेस समिट ने पिछले दो दिनों में सार्थक चर्चाओं और विचार-विमर्श को संभव बनाया है। हमारे सामने मौजूद अवसरों पर ज़ोर देने के साथ-साथ, इस आयोजन ने हमें ग्रोथ और इनोवेशन के अगले चरण को आगे बढ़ाने के लिए व्यावहारिक अंतर्दृष्टि भी प्रदान की। मुझे पूरी उम्मीद है कि साझा किए गए विचार और निष्कर्ष व्यवसायों और अर्थव्यवस्थाओं, दोनों के लिए सार्थक परिणामों में परिवर्तित होंगे।”

आईसीसी के डायरेक्टर जनरल डॉ. राजीव सिंह ने अपने समापन भाषण में कहा, “हमें इस वर्ष की ग्लोबल बिजनेस समिट की शानदार सफलता पर प्रसन्नता हो रही है, जहाँ 20 से अधिक देश विचारों को साझा करने, साझेदारियाँ बनाने और तेज़ी से बदलती दुनिया के लिए समाधानों का सह-निर्माण करने के लिए एक साथ आए। पिछले दो दिनों ने वैश्विक संवाद के लिए एक संयोजक शक्ति के रूप में भारत की भूमिका की पुष्टि की है, और इस शिखर सम्मेलन ने आकांक्षाओं को कार्रवाई के साथ जोड़ने के लिए एक शक्तिशाली मंच प्रदान किया है। अंतर्राष्ट्रीय चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से, मैं अपने सहयोगियों, उद्योग जगत के लीडर्स और मीडिया को उनके निरंतर समर्थन के लिए, और भारत सरकार को उनके दृष्टिकोण और प्रोत्साहन के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। यहाँ हुई बातचीत आत्मनिर्भर भारत की भावना और विज़न इंडिया@2047 के रोडमैप के साथ गहराई से प्रतिध्वनित होती है, जहां एक ऐसा भारत जो आत्मनिर्भर, वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी और समावेशी एवं सतत विकास का एक आदर्श हो। आईसीसी इन साझा महत्वाकांक्षाओं को स्थायी प्रभाव में बदलने के लिए भारत और वैश्विक समुदाय के साथ चलने के लिए प्रतिबद्ध है।”

लीगल एवं रेगुलेटरी राउंडटेबल में भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एवं राज्यसभा सांसद श्री रंजन गोगोई और भारत के अटॉर्नी जनरल श्री आर. वेंकटरमणी ने भी भाग लिया। इस दौरान वरिष्ठ वैश्विक कानूनी विशेषज्ञों ने अनुपालन, सीमा-पार जोखिमों और भू-राजनीतिक चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया। इसके अतिरिक्त, राजस्थान, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश द्वारा आयोजित राज्य-स्तरीय सत्रों में क्षेत्र-विशिष्ट निवेश अवसरों पर प्रकाश डाला गया। भारत, साइप्रस और अन्य देशों के विशेषज्ञों द्वारा आयोजित टेक्नोलॉजी डायलॉग में AI, साइबर सुरक्षा और सतत नवाचार में सहयोग पर प्रकाश डाला गया।

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