सूरत

सूरत : सिंगणपोर की बुजुर्ग महिला के अंगदान से 7 लोगों को मिला नवजीवन

दो हाथ, दो किडनी, लिवर और आंखें दान कर परिवार ने दिखाई मानवता

नवरात्रि के पावन पर्व पर जीवनदीप ऑर्गन डोनेशन फाउंडेशन ने सिंगणपोर में रहने वाले रूपाणी परिवार के बुजुर्ग महिला के दोनों हाथ, दोनों किडनी, लिवर और आंखें दान कीं। बुजुर्ग के अंगों के दान से सात लोगों को नया जीवन मिलेगा। मूल रूप से अहमदाबाद की रहने वाली और वर्तमान में रूपाणी परिवार के साथ रहने वाली 62 वर्षीय पार्वती माधवजी, सिंगणपोर के कॉजवे रोड स्थित सर्जन एवेन्यू में रहती थीं।

23 सितंबर 2025 को वडोदरा माताजी मंदिर जाने से पहले, वह स्नान करने के लिए बाथरूम में गईं। वहाँ वह बेहोश हो गईं। इसलिए उन्हें तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। जहाँ से उन्हें आगे के इलाज के लिए पी.पी. सवाणी अस्पताल ले जाया गया। जहाँ जरूरी रिपोर्ट्स देखने के बाद पार्वतीबेन को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया।चूंकि पार्वतीबेन के अंग दान किए जा सकते हैं, इसलिए जीवनदीप ऑर्गन डोनेशन फाउंडेशन ट्रस्ट, सूरत के संस्थापक पी.एम. गोंडालिया, डॉ. नीलेश काछड़िया, विपुल तलाविया, जसविन कुंजड़िया और नितिन धामेलिया ने परिवार के सदस्यों को अंगदान का महत्व समझाया और वे अंगदान करने के लिए सहमत हो गए।

इस प्रकार पार्वतीबेन के दोनों हाथ, दोनों किडनी, लिवर और दोनों आँखों के दान से सात अन्य लोगों की जान बच गई। दोनों हाथ फरीदाबाद के अमृता अस्पताल ने, दोनों किडनी और लिवर अहमदाबाद के अपोलो अस्पताल ने, जबकि दोनों आँखों का दान लोकदृष्टि आई बैंक के डॉ. प्रफुल शिरोया ने स्वीकार किया। जीवनदीप ऑर्गन डोनेशन फाउंडेशन, सूरत के प्रयासों से 29वाँ अंगदान हुआ है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button