
सूरत में फिर दीक्षा महोत्सव का दौर: सामूहिक संयम के पथ पर अग्रसर होंगे 13 दीक्षार्थी
पाल में भक्ति योगाचार्य यशोविजयसूरी भगवंत जैसे 500 से अधिक जैन संतों की पावन निश्रा में दीक्षा का तीन दिवसीय कार्यक्रम होगा
सूरत। चातुर्मास की समाप्ति के साथ ही सूरत में एक बार फिर दीक्षा की गूंज उठी है। विक्रम संवत के नौवें वर्ष में सूरत दीक्षा के रंग में रंगने के लिए तैयार है। पाल क्षेत्र में “रोम रोम परम स्पर्श” नामक एक सुंदर वाटिका तैयार की गई है। इस वाटिका में 5 से 7 नवंबर तक तीन दिवसीय भव्य दीक्षा महोत्सव मनाया जाएगा।
सूरत स्थित धर्मधारा पाल में श्री परम-जिन-भद्र-शांति श्वे. मु. पू. जैन संघ एवं आचार्य श्री ओंकारसूरि आराधना भवन में 13 संयमवीरों का सामूहिक दीक्षा महोत्सव आयोजित किया जाएगा। यह दीक्षा महोत्सव भक्ति योगाचार्य आ. भ. यशोविजयसूरि महाराज, शास्त्र संशोधक आ. भ. मुनिचंद्रसूरि महाराज, वैराग्यवारिधि आ. भ. कुलचंद्रसूरि महाराज आदि संतों के सान्निध्य में संपन्न होगा। इन 13 दीक्षार्थियों में से 11 सूरत से हैं।

यह है तीन दिवसीय कार्यक्रम
तीन दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन, बुधवार, 5 नवंबर को सुबह 9:00 बजे महामंगलकारी श्री शांतिधारा अभिषेक होगा। दोपहर 2 से 4 बजे तक छाब भरने की मंगल विधि और मेहंदी रस्म, रात्रि 8 बजे “त्याग का सम्मान” भव्य समारोह और दीक्षार्थी बहनों का प्रवचन होगा। दूसरे दिन, गुरुवार को प्रातः 8:30 बजे भव्य वर्षीदान यात्रा, सायं 4:30 बजे प्रांगण में रखे संसारी पात्र में दीक्षार्थी का अंतिम आहार, सायं 7:30 बजे “प्रभुमिलननी प्यास” नामक भव्य विदाई समारोह होगा, जिसके पश्चात दीक्षार्थी भाइयों का प्रवचन होगा और तत्पश्चात विद्यातिलक चढ़ाया जाएगा। दीक्षा समारोह कार्यक्रम के अंतिम दिन, शुक्रवार को प्रातः 5:04 बजे दीक्षार्थी का मंडप में प्रवेश और प्रातः 8:30 बजे रजोहरण प्रदान विधि होगी।
ये हैं तप मार्ग के 13 संयमवीर
मनोजभाई वाडीलाल कोरडिया
इंदुबेन मनोजभाई कोरडिया
वृश्चिक मनोजभाई कोरडिया
काव्य हसमुखभाई कोरडिया
रंजनबेन सुभाषभाई जैन
राहुल सुभाषभाई जैन
भव्य राजेशकुमार मेहता
जयान मौलिकभाई लालन
श्रेया जयेंद्रभाई वोरा
जिलसी खेतेंद्रकुमार मेहता
वृष्टि जिग्नेशभाई शाह
त्यागी नरेशभाई सेठ
पर्षदा भाविनभाई शाह



