हुनर हाट से दो साल में 17 लाख कारीगरों को मिलेगा रोजगार : नकवी
केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा सूरत के वनिता विश्राम में 11 से 20 दिसंबर तक आयोजित 34 वां हुनर हाट का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर हुनर हाट की मुलाकात करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया क हुनर हाट देश विदेश के कारीगरों और शिल्पकारों के सम्मान के साथ सशक्तिकरण और प्रगति का निर्धार है। इस संदर्भ में आयोजित पत्रकार वार्ता में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि हुनर हाट के माध्यम से कच्छ से कटक और कश्मीर से कन्याकुमारी तक के कला उस्तादों, शिल्पकार और कारीगरों को अवसर पैदा करने में सरकार का सफल और सार्थक प्रयास है।
भगवान विश्वकर्मा की विरासत और परंपरागत धरोहर को बनाए रखने के हेतु है। अगले दो साल में 17 लाख कारीगरों को रोजगार का अवसर प्रदान करने का टार्गेट रखा गया है। उन्होंने देश के कोने से स्वदेशी हाथ बनावट के उत्पादन, परंपरागत व्यंजनों सहित प्रख्यात कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, रेम्बो सर्कस, हुनर हाट का आक@ा है। इसके अलावा विश्वकर्मा वाटिका में कलाकारों के उत्पादन कार्यपद्धति को देख सकेंगे।
हुनर हाट में आसाम, बिहार, आंधप्रदेश, गुजरात, लद्दाख, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, नागालेंड, मेघालय, दिल्ली, महा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, गोवा, पांडीचेरी, छत्तीसगढ, तेलंगणा सहित 30 से ज्यादा राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के 300 से ज्यादा कारीगर हिस्सा ले रहे है।