रूस- यूक्रेन युद्ध : कपड़ा के कच्चे माल के दाम बढ़ने की संभावना
सूरत। रूस और यूक्रेन के बीच शुरू युद्ध में भले ही भारत देश का सीधा कोई कनेक्शन नहीं हो, लेकिन अप्रत्यक्ष तौरपर कपड़ा मार्केट को नुकसान होने का डर सता रहा है। फ्रूड ऑइल के दामों में युद्ध के कारण हुई बढ़ोत्तरी से कपड़ा के लिए आने वाले रो मटेरियल के दामों में भी बढ़ोत्तरी होगी। जिससे टेक्सटाइल व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है।
द सदर्न गुजरात चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख आशीष गुजराती ने बताया कि हाल में यूक्रेन के खिलाफ रूस ने युद्ध की घोषणा कर दी है और पूरे विश्व की नजर युद्ध की परिस्थित पर बनी हुई है। जिसका सीधा असर भारत के उद्योग को नहीं होता, लेकिन कपड़ा मार्केट पर इसका अप्रत्यक्ष तौरपर असर होता है। क्योंकि कपड़ा कारोबारी पहले जीएसटी के कारण परेशान थे और इसमें से बाहर आए तो कोरोना के कारण फिर से कपड़ा व्यापार पर इसका सीधा असर पड़ा था।
लेकिन कोरोना कहर का अंत आने से आखिरकार कपड़ा उद्योग में एक तेजी का माहौल बना था, लेकिन अब यूक्रेन और रूस के कारण जो युद्ध की परिस्थित पैदा हुई वह बहुत ही चिंता का विषय है। क्योंकि फ्रूड के भाव लगातार बढ़ रहे है और कपड़ा का जो रो मटेरियल्स बाहर से आता है वह फ्रूड में से ही तैयार होता है। इस समस्या के लेकर कपड़े की नई खरीदी पर अगले समय में ब्रेक लग सकती है।
वीवर्स अग्रणी मयूर गोलवाला ने बताया कि फिलहाल स्पीनर्स और वीवर्स दोनों का हालत खराब है। कुछ समय पहले ही यार्न में 15 रूपये बढ़ोत्तरी स्पीनर्स द्वारा की गई थी, जिसका असर वीवर्स पर पड़ा था और अब अग फ्रूड के कारण यार्न के दामों में बढ़ोत्तरी फिर से होगी तो वीवर्स की दिक्कतें बढ़ सकती है।