
सूरत : डिंडोली में फर्जी आधार, पान, आरसी बुक बनाने वाले रैकेट का पर्दाफाश, तीन जन गिरफ्तार
पुलिस द्वारा थमाये जाने वाले आरटीओ मेमो से जुर्माना भरने की रसीद भी फर्जी बनाकर देते थे
शहर के डिंडोली भेस्तान रोड पर स्थित आंगन रेसीडेंसी में फर्जी आधारकार्ड, पानकार्ड, स्मार्ट वोटर आईडी और आरसी बुक बनाने के घोटाले का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने बिहार के निवासी मुख्य ठगबाज और दो आरटीओ एजेंटों को गिरफ्तार किया और उनके पास से मशीनरी सहित कुल 3.26 लाख का सामान जब्त किया। प्राथमिक जांच में पुलिस द्वारा वाहन चालकों को दिए जाने वाले आरटीओ मेमो पर से जुर्माना भरने की फर्जी रसीद भी इस गिरोह द्वारा बनाए जाने की बात सामने आयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि डिंडोली भेस्तान रोड पर स्थित आंगन रेसीडेंसी के मकान नंबर 103 में रहनेवाला विश्वनाथ साव कंम्प्यूटर के जरिये डुप्लिकेट आधार, वोटिंग आईडी, आरसीबुक बनाकर देता है। इस सूचना के आधार पर पीआई सालुंके के मार्गदर्शन में डिंडोली पुलिस ने डमी ग्राहक भेजकर इस रैकेट का पर्दाफाश किया।
पुलिस ने इस रैकेट का मुख्य सरगना विश्वनाथ काशीनाथ साव और दो आरटीओ एजेंट मोहमंद आरीफ उर्फ शाहरूख महेबूब शाह और अकबर हमीद शेख दोनों रहनेवाले मारूतिनगर, लिंबायत को हिरासत में लिया है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी विश्वनाथ पेनड्राइव में आधारकार्ड, वोटर आईडी का फोर्मेट इंस्ट्रॉल रखता था। जिसके आधार पर मोबाइल एप से सभी जानकारी कार्ड में लिखकर अत्याधुनिक प्रिंटर के माध्यम से बायोमेट्रीक प्रोसेस बिना आधारकार्ड, वोटर आईडी, आरसीबुक बनाता था। आरसी बुक बनाने के लिए 2 हजार रूपये और फर्जी आधारकार्ड, वोटर आईडी बनाने के एक हजार से 1500 रूपये वसूलता था। साथ ही साथ पुलिस द्वारा वाहन चालकों को थमाया जानेवाला आरटीओ मेमो पर से दंड भरने की फर्जी रसीद भी बनाकर देता था।
डेढ़ माह से यह रैकेट शुरू था, जिससे कई फर्जी आधारकार्ड, वोटर आईडी और रसीद बनाए होंगे। सरकारी तिजोरी को भी बड़ा नुकसान पहुंचाया गया है। पुलिस ने इस रैकेट में तीन जनों को गिरफ्तार कर 3 टाउट समीर टामेटा बसीर शेख, मुजाहिद शागीरखान पठान और सुनिल पंचाल को भगोड़ा घोषित किया है।