सूरत महानगर पालिका के दमकल विभाग के कर्मचारी ने एक बड़ा रेल हादसा होने से बचा लिया। जम्मू और पठानकोट के बीच स्वराज एक्सप्रेस ट्रेन के ऐसी कोच के व्हील से धुआं निकलने लगा। आग लगने से पहले ही सूरत के दमकल कर्मी ने अपनी सूझबूझ और प्रशिक्षण के जरिए फायर एक्सस्टिंग्यूशर का इस्तेमाल कर धुंआ पर काबू पाया।
ट्रेन के पहिए से अचानक निकलने लगा धुंआ
सूरत के वेड रोड स्थित आनंद पार्क सोसायटी निवासी विजय पांडुरंग जादव डभोली फायर स्टेशन में मार्शल है। पूरे घटनाक्रम के बारे में उन्होंने बताया कि वह अमरनाथ और वैष्णोदेवी की यात्रा पर गए थे। शनिवार सुबह वह स्वराज एक्सप्रेस ट्रेन से सूरत आने के लिए रवाना हुए। दोपहर करीब डेढ़ से दो बजे जम्मू और पठानकोट के बीच ट्रेन के बी -2 एसी कोच के व्हील से धुआं निकलने लगा। जिससे ट्रेन को वही रोक दिया गया। तब निचे उतर कर देखा तो व्हील से धुआं निकल रहा था। ट्रेन के पायलट और अन्य अधिकारी भी वहां पहुंच गए थे। तभी वहा मौजूद रेलवे के अधिकारियों को विजय जादव ने अपना परिचय दिया और कहा कि वह सूरत महानगर पालिका के दमकल विभाग का कर्मचारी है और जो स्थिति उत्पन्न हुई है उसे कंट्रोल में कर सकता है। रेलवे के अधिकारियों ने उन्हें अनुमति दी।
फायर एक्सस्टिंग्यूशर का इस्तेमाल कर पाया धुंआ पर कंट्रोल
विजय जादव अपनी सूझबूझ और साहस के साथ ट्रेक पर खड़ी ट्रेन के नीचे गए और फायर एक्सस्टिंग्यूशर का उपयोग का पूरा धुवां कंट्रोल किया और आग लगने से रोक लिया। इस पूरे कार्य के लिए 1 से 15 मिनट का समय लगा। अगर आग लगती तो शायद बड़ा हादसा होता। लेकिन विजय जादव ने ऐसी कोई घटना होने से पहले ही रोक ली और अपनी सूझबूझ व साहस का परिचय देकर एक बड़ा हादसा होने से बचा लिया।