धर्म- समाजसूरत

स्वास्थ्य की एक नई दिशा: भक्तामर हीलिंग थेरेपी, सूरत में समागम शिविर आयोजित होगा

3 दिवसीय शिविर में 5000 से अधिक साधक अध्ययन करेंगे

सूरत। सर्व भवन्तु सुखी के संकल्प के साथ सम्पूर्ण भारत से सभी श्रद्धालुगण जैन अनुष्ठान संस्था के साथ मिलकर विश्व कल्याण की प्रार्थना हेतु तीन दिवसीय  2-3-4 मई 2025 को प्रातः 10 बजे से रात्रि 8 बजे तक सूरत में एक सभा का आयोजन करेंगे।

विश्व रिकॉर्ड से सम्मानित संस्था के पूज्य निकुंज गुरुजी एवं सिद्ध साधक धरणेंद्र गुरुजी ने इस कार्यक्रम के बारे में बताया कि कोरोना काल से ही पूरा विश्व इस विशेष उपचार पद्धति को कर रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य सभी लोगों का स्वस्थ होना, व्यापार में उन्नति होना तथा आपसी प्रेम बढ़ना है। ये सभी चिकित्सक सभी को स्वस्थ बनाने, व्यापार में प्रगति करने तथा आपसी प्रेम बढ़ाने के इरादे से पूरे विश्व में काम कर रहे हैं।

निकुंज गुरुजी एवं सिद्ध साधक धरणेन्द्र गुरुजी ने आगे कहा कि सरदार हॉल एस.वी.पी.बी. गेस्ट हाउस, केन्द्रीय विद्यालय के पास, इच्छानाथ, सूरत में आयोजित इस समागम में हमारे जीवन में आने वाली शारीरिक समस्याओं का समाधान किया जाएगा तथा हमें स्वस्थ बनाया जाएगा। जैन मंत्र उपासना, चक्र शुद्धि, भक्त चिकित्सा, रेकी चिकित्सा, मंत्र चिकित्सा, ध्वनि चिकित्सा, अंक ज्योतिष, जैन ज्योतिष और जैन वास्तु शास्त्र के विशिष्ट विषयों पर लाइव चर्चा और सरल मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।

जैन शासन के गहन रहस्य, तत्वों की चर्चा, रात्रि भोजन से परहेज, तथा कंद-मूल से परहेज के विशेष स्वास्थ्य लाभ, ये सभी बातें रेकी और हीलिंग ऑरा विज्ञान के साथ दर्शाई जाएंगी। सभी को किसी भी गंभीर बीमारी से उबरने के लिए योग और ध्यान की तकनीक सिखाई जाएगी। यह मंत्र उन लोगों के लिए विशेष वरदान साबित होगा जो पीड़ित हैं, दुखी हैं और किसी भी समस्या से घिरे हुए हैं। जो कोई भी इन सभी विषयों को सीखना चाहता है और अपने जीवन में प्रगति करना चाहता है, वह निश्चित रूप से इस भक्तामर हीलिंग ग्रुप में आ सकता है।

इस भक्तामर हीलिंग सेमिनार में दुनिया भर से 25 से अधिक विशेषज्ञ सूरत के धन्याधारा में आ रहे हैं और 3 दिवसीय शिविर में 5000 से अधिक साधक अध्ययन करेंगे।

निकुंज गुरुजी ने इस बात पर जोर दिया कि आचार्य मानतुंगसूरि महाराज ने भक्तामर स्तोत्र की रचना की है, आज भी कई लोग कैंसर जैसी असाध्य बीमारियों से मुक्ति पा लेते हैं, जो कोई भी ठीक होना चाहता है वह पंजीकरण करा सकता है और इस समागम में भाग ले सकता है, आज भी जैन अनुष्ठान यूट्यूब चैनल पर हजारों लोग उपचार प्राप्त कर रहे हैं।

अंत में जैन समुदाय के लिए श्री धरणेन्द्र गुरुजी की जैन अनुष्ठान परम्परा की दिव्य साधना का शुभारंभ किया जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button