
आचार्य 108 श्री प्रसन्न सागर जी महाराज का मौन पूर्वक सिंहनिष्कडित व्रत
तपस्वी मौन पूर्वक सिंहनिष्कडित व्रत करने वाले विश्व के प्रथम आचार्य श्री अन्तर्मना प्रातः स्मरणीय आचार्य श्री 108 परम पूज्य प्रसन्न सागर जी महाराज जो की पहले 405 ऐसे उपवास कर चुके हैं।
अब 406 वा उपवास पारसनाथ मे स्वर्णमय स्वर्ण भद्र कूट टोंक पर एवं सौम्यमूर्ति श्री 108 पीयूष सागर जी महाराज ससंघ बीसपंथी कोठी पारसनाथ में विराजमान रह कर उपवास कर रहे हैं जो 21 जुलाई 2021 से प्रारंभ हो गए है और ये 28 जनवरी 2023 तक चलेंगे जिसमे आचार्य श्री 496 उपवास और 61 दिन आहार ग्रहण करेगे।
जिसमे गुरु भक्त पहाड़िया के श्रीमती पाना देवी जी नेमीचंद जी मनीष (कुकू) पहाड़िया परिवार, फतेहपुर वाले* व नमन कर्ता श्री अशोक बड़जात्या ,नवीन गंगवाल ,किशोर बड़जात्या ,जेपी लालास वाले, मनोज लुहाडिया
सब सपरिवार गुरुदेव की हमेशा की तरह आज भी गुरुदेव के निरन्तरं सेवा में अपनी सेवा देकर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।