AMNS इंडिया और कौशल्य- द स्कील यूनिवर्सिटी के बीच स्टील टेक्नोलॉजी के अध्ययन प्रदान करने के लिए हुआ समझौता
स्टील टेक्नोलॉजी में पोस्ट डिप्लोमा और बैचलर डिग्री कोर्स के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा
हजीरा-सूरत : देश में विविध राज्यों में हो रहे स्टील निर्माण क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों को उचित प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से गुजरात सरकार द्वारा स्थापित कौशल्य- स्कील यूनिवर्सिटी और आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील (एएमएनएस इंडिया) के बीच एक समझौता (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। समझौते के तहत पोस्ट-डिप्लोमा और स्नातक डिग्री पाठ्यक्रमों के माध्यम से इस्पात प्रौद्योगिकी का अध्ययन प्रदान किया जाएगा।
गांधीनगर में एकेडमी के एक्जिक्युटिव कमेटी मेम्बर ऑफ स्कील डेवलोपमेंट लक्ष्मण अय्यर और कौशल्य- द स्किल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार एच.आर. सुथार और कौशल्य विकास और रोजगार विभाग के अग्र सचिव और यूनिवर्सिटी डायरेक्टर जनरल अंजू शर्मा ( आईएएस ) की उपस्थिति में समझौता पर हस्ताक्षर किए गए। यूनिवर्सिटी के सहयोग से द एकेडेमी फोर स्किल डेवलपमेंट स्टील टेक्नोलॉजी में बेचलर डिग्री कोर्स चलाने के साथ साथ दो साल का पोस्ट डिप्लोमा ऑफर किया जाएगा। सालाना 60 से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अकादमी प्रशिक्षण के लिए अनुभवी शिक्षकों की नियुक्ति करेगी और संस्थान के संचालन के लिए आवश्यक संसाधन भी आवंटित करेगी। इसके अलावा जॉब ट्रेनिंग की व्यवस्था के साथ ऑन जॉब ट्रेनिंग की व्यवस्था और सभी उम्मीदवारों को थियोरीटिकल प्रेक्टिकल प्रशिक्षण के अलावा प्लेसमेंट की भी सहायता की जाएगी।
एएमएनएस इंडिया के ह्युमन रिसोर्सिंग इंडस्ट्रियल रिलेशन्स एन्ड एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के हेड अनिल मट्टू कहते हैं, “एएमएनएस इंडिया उद्योग के लिए कुशल कार्यबल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इकाई का उद्देश्य इस्पात प्रौद्योगिकी में समग्र शिक्षा प्रदान करना है।”
अंजू शर्मा ने विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा, ”स्किल यूनिवर्सिटी कौशल विकास में बढ़ोत्तरी करके उद्योगों और शैक्षणिक संस्थानों की मांग के अनुसार कौशल विकास और शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए एक मजबूत ढांचा प्रदान करके उद्योग और युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करेगा।”