सूरत। कांग्रेस समेत अन्य दलों से बने इंडिया गठबंधन बनने के बाद से ही हंगामा जारी है। गुजरात में कांग्रेस और आप के बीच हुए गठबंधन के तहत आप के उम्मीदवार चैतर वसावा भरूच सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट में कांग्रेस और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे अहमद पटेल दबदबा रहा है। हालाँकि, उनकी मृत्यु के बाद यह मांग उठी कि यह सीट उनके परिवार को मिलनी चाहिए। हालांकि, गठबंधन के मुताबिक इस सीट से आप चैतर वसावा को मैदान में उतारा गया है। तब अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने कहा कि चैतर वसावा ने मुझसे समर्थन नहीं मांगा। इसलिए मैं भरूच में आप के लिए प्रचार नहीं करूंगी।
नवसारी से कांग्रेस प्रत्याशी नैषध देसाई के लिए प्रचार करने पहुंची मुमताज पटेल ने कहा कि चैतर वसावा ने मुझसे समर्थन नहीं मांगा। इसलिए मैं भरूच में प्रचार नहीं करूंगी। मैं फिलहाल केवल कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रही हूं।’ चुनाव आते ही धर्म की राजनीति शुरू हो जाती है। आजादी के बाद पहली बार भरूच सीट पर कांग्रेस का कोई उम्मीदवार नहीं है जो बेहद दुखद है। लेकिन जो गठबंधन हुआ है, उसे भी मानना होगा।
उन्होंने कहा कि आज देश की जनता भी बहुत दबाव में है। दूसरे दलों के लोगों को भी प्रचार करने से रोका जा रहा है। इसलिए ये सरकार को गिराना बहुत ज़रूरी है। वर्तमान समय में देश का मुद्दा हमारे अपने मुद्दे से बड़ा है। तो अब सब कुछ भूलकर हम वर्तमान सरकार जो लोकतंत्र और संविधान हटाने के पक्ष में हैं। उनके ख़िलाफ़ एक अहम लड़ाई है। हम इसी के लिए लड़ रहे हैं।