सूरत

पार्षद के अनुदान से (बाकड़े) बैंच नहीं दिए जाएगे, जानें आप पार्टी ने क्यों लिया यह फैसला

सूरत में विपक्ष की अहम भूमिका निभाने वाली आम आदमी पार्टी ने वर्ष 2020-21 के लिए पार्षदों की ग्रांट आवंटित करने के लिए फॉर्म जारी किया है। आप पार्षदों द्वारा क्षेत्र के सोसायटियों के पदाधिकारियों को एक फॉर्म जारी किया जाएगा। फॉर्म के विवरण के अनुसार नगर पालिका द्वारा नगरसेवकों को आवंटित अनुदान का उपयोग पक्की सडक़ों, सीवर लाइन, स्ट्रीट लाइट, सोसायटी में पेवर ब्लॉक, सोसायटी में सीसी कैमरों के संचालन के लिए किया जाएगा। साथ ही लोगों ने सुझाव मांगे हैं। हालांकि (बांकड़ा) बैंच के लिए अनुदान आवंटित नहीं किया जाएगा।

सूरत में जीते आप के 27 पार्षद हर सप्ताह सोसायटियों में घूमकर समस्या का निराकरण करने का प्रयास कर रहेे है। ऐसे में अब सूरत महानगरपालिका की ओर से हर पार्षद को आवंटित की गई 10-10 लाख की ग्रांट का उपयोग करने के लिए सामने से लोगों के समक्ष तत्परता दिखा रहे है।

आम आदमी पार्टी सूरत द्वारा हर वॉर्ड के पार्षदों का फोटो के साथ एक फॉर्म जारी किया गया है और इसमें मूलभूत सुविधा सडक़, गटरलाइन, पानी की लाइन, सीसीटीवी कैमरा, स्ट्रीटलाइट सहित कामों के लिए ग्रांट की जरूरत हो तो इसके लिए लोगों से सुझाव मांगे गए है। फॉर्म में साफ लिखा है कि यह ग्रांट केवल मूलभूत सुविधाओं के लिए दी जाएगी। पार्षदों के ग्रांट से (बाकड़ा) बैंच नहीं दिए जाएगे।

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता योगेश जादवाणी ने कहा कि पूर्व के पार्षद, विधायक और सांसद बाकड़े बैंच को विकास समझ रहे थे। लेकिन सही जरूरत मूलभूत सुविधा देने की है। दूसरी ओर (बांकड़ा) बैंच में भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर होता था। आम आदमी पार्टी का साफ मानना है कि लोगों की पसीने से जमा किए जाने वाले टैक्स के रूपए उनके मूलभूत सुविधा में इस्तेमाल किए जाए। बैंच पर बैठने से विकास नहीं होता है। लोगों को सुख-सुविधा देने से विकास होता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button