सूरत सहित देशभर के कपड़ा संगठनों की टफ योजना चालू रखने की केंद्र में पेशकश
सूरत। केंद्र सरकार द्वारा कपड़ा उद्यमियों के लिए टफ योजना के जगह प्रोडक्शन लिक्वड इनसेक्टिव स्कीम को लेकर विचार किया जा रहा है इस संदर्भ में कपड़ा संगठनों से अभिप्राय मांगा गया था। सूरत के ज्यादातर व्यापारी संगठन में नई योजना जारी हो तब तक टफ योजना यथावत रखने की मांग की थी। इसी तरह देश भर से कई संगठनों ने टफ योजना को लेकर पेशकश की है। कपड़ा उद्यमियों के लिए अहम माने जाने वाली टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन फंड स्कीम मार्च में खत्म होने के बाद अभी तक कोई नई योजना जारी नहीं की गई है।
कपड़ा उद्यमियों का कहना है कि योजना बंद होने से टेक्सटाइल उद्योग के अपग्रेडेशन पर असर पड़ा है। हालांकि सरकार ने अब टफ के जगह प्रोडक्शन लिक्वड स्कीम शुरू करने के लिए सभी कपड़ा संगठनों से अभिप्राय मांगा है। सूरत से चेंबर ऑफ कॉमर्स, फोगवा और फियास्वी सहित संस्थाओं द्वारा पीएलआई स्कीम से टफ योजना ज्यादा लाभदायक होने की बात कही है। नई योजना चालू नहीं होती तब तक टफ योजना को शुरू रखने की मांग की है।
इसी तरह राजस्थान भिवंडी और हरियाणा के कई संगठनों ने टफ योजना यथावत रखने की मांग की है। फियास्वी के चेयरमैन भरत गांधी ने बताया कि सूरत में चेंबर ऑफ कॉमर्स, फोगवा और ज्यादातर विभिन्न संगठनों ने नई योजना जारी होती है तब टफ योजना के लिए पेशकश की है।