
सूरत मंडप क्लॉथ एसोसिएशन ने शुक्रवार शाम को रघुवीर बिजनेस एम्पायर में देव संचेती की अध्यक्षता में मीटिंग संपन्न हुई। जिसमें 30 दिन में बिना कोई डिस्काउंट के पूरा पेमेंट और 30-60 दिन में 2 प्रतिशत ब्याज के साथ पेमेंट के नए नियम का विरोध किया गया।
मीटिंग में सभी सदस्यों की सहमति से यह निर्णय लिया गया है कि मिल द्वारा भुगतान धारा में किया गया परिवर्तन व्यवहारिक एवम उचित नहीं हैं, अत: एसोसिएशन के सभी सदस्य अपने पुराने माल की डिलीवरी पुराने धारे के अनुसार ही लेंगे एवं कोई भी मिल नए धारे हेतु बाध्य नहीं कर सकती है। अगले दिनों में मिल के धारा अथवा भाव में परिवर्तन, अग्रिम सूचना देने पर माल के इनवार्ड पर ही लागू होगा। मिल मालिक एवं मिल मास्टर से व्यापार के सामूहिक हित में निर्णय लेने का अनुरोध किया गया है।
गौरतलब है कि मिल वालों ने इस नियम के पहले जो माल प्रोसेस के लिए लिया था उस पर भी नया नियम लागू करने की बात की है, जिसका टेक्सटाइल से जुड़ी संस्थाए विरोध कर रही है। अब दिनोंदिन प्रोसेस मिल मालिक और कपड़ा व्यापारियों के बीच तनाव का माहौल बढ़ता ही जा रहा है।