अस्तगामी सूर्य को छठ उपासको ने दिया अर्घ
डिंडोली, सूरत। धर्म शास्त्रों के अनुसार, छठ में भगवान सूर्य देव की अराधना की जाती है. कार्तिक माह की शुक्ल षष्ठी को. यह पर्व पूरे चार दिनों तक चलता है, जिसमें 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाता है। संतान के सुख-सौभाग्य, समृद्धि, और सुखी जीवन की कामना के लिए छठ पूजा की जाती है। छठ पर्व की शुरुआत नहाय खाय के साथ होती है. इसके बाद खरना, अर्घ्य और पारण किया जाता है। खरना के दिन चावल और गुड़ की खीर बनाई जाती है।
बता दें कि खरना के साथ महिलाओं का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है। छठ व्रत के दौरान ब्रम्हचर्य का पालन करना होता है। इसके साथ व्रत में बिस्तर या बेड पर नहीं सोना चाहिए। व्रतियों को छठ व्रत के समय जमीन पर आसान लगाकर सोना होता है।
श्री छठ सेवा समिति डिंडोली के प्रमुख गुलजारीलाल उपाध्याय ने बताया कि इस बार एक लाख से अधिक की संख्या में श्रद्धालु छठ पर्व में भाग लेने के लिए डिंडोली छठ सरोवर पर पहुंचे हैं। कोरोना महामारी के बाद इस वर्ष श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। श्री छठ सेवा समिति डिंडोली के प्रमुख गुलजारीलाल उपाध्याय ने बताया कि सूरत महानगर पालिका एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा अच्छा सहयोग प्राप्त हुआ फायर विभाग के जवानों का भी धन्यवाद करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से छठ पूजा डिंडोली छठ सरोवर पर बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया।
गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटील, लिंबायत विधानसभा विधायिका संगीताबेन पाटिल, मेयर श्री सूरत महानगरपालिका हेमाली बोधावाला, सूरत शहर भाजपा प्रमुख निरंजन झांझमेरा, सूरत महानगर पालिका के डिप्टी मेयर दिनेश जोधानी, सूरत महानगर पालिका के स्थाई समिति के चेयरमैन परेश पटेल, सूरत महानगर पालिका के शासक पक्ष नेता अमित सिंह राजपूत, शिक्षण समिति के सदस्य शुभम गुलजारीलाल उपाध्याय ने उपस्थित होकर सभी छठ व्रतियों को छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं दी।
श्री छठ सेवा समिति डिंडोली प्रमुख गुलजारीलाल उपाध्याय, महामंत्री विजय पांडे, कोषाध्यक्ष ओमकारनाथ मिश्रा, उपप्रमुख अमर सिंह राजपूत, उपप्रमुख देवी प्रसाद दुबे, मंत्री हरिकेश सिंह राजपूत, प्रवक्ता धर्मात्मा त्रिपाठी के द्वारा सभी उपस्थित मेहमानों का आभार व्यक्त किया गया।