सूरत में 3400 करोड़ की लागत से बनी दुनिया की सबसे बड़ी कॉरपोरेट ऑफिस बिल्डिंग ‘सूरत डायमंड बुर्स’ के उद्घाटन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह डायमंड बुर्स देश की अर्थव्यवस्था के लिए गेम-चेंजर साबित होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज सूरत की शान में डायमंड बुर्स के रूप में एक और ‘हीरा’ जुड़ गया है। प्रधानमंत्री ने भारतीय हीरा उद्योग, रत्न और आभूषण क्षेत्र से आग्रह किया कि वे निकट भविष्य में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने और एक विकसित भारत के निर्माण के लिए अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करें।
सूरत के खजोद इलाके में 3400 करोड़ के डायमंड बुर्स का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुर्से को हीरा उद्योग के विकास को बढ़ावा देने वाला एक अद्वितीय उद्यम बताया। उन्होंने बुर्स की अत्याधुनिक इमारत को दुनिया की सभी बेहतरीन इमारतों के लिए एक बेंचमार्क बताया और इमारत को देश के वास्तुकला, पर्यावरण और इंजीनियरिंग छात्रों के लिए अध्ययन का केंद्र बनने के लिए कहा।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि डायमंड बुर्स इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण है कि कैसे ‘मेड इन इंडिया’ एक प्रभावशाली और शक्तिशाली ब्रांड बन गया है। यह इमारत भारतीय डिजाइन, भारतीय अवधारणा, भारतीय इंजीनियरिंग और वास्तुकला और आत्मनिर्भरता के प्रतीक के रूप में उभरी है।
डायमंड बुर्स देश की अर्थव्यवस्था के लिए गेम-चेंजर साबित होगा। पंचतत्व, लैंडस्केपिंग, अत्याधुनिक ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट दुनिया को प्रेरित करेगा। इसने हीरा उद्योग के लिए एक विशेष अधिसूचित क्षेत्र के निर्माण की घोषणा की, जिसके परिणामस्वरूप डायमंड बुर्स जैसे वैश्विक हीरा वाणिज्यिक परिसर के बीज बोए गए और ड्रीम सिटी के तहत वर्ष 2015 में बुर्स की नींव रखी गई।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, इस बुर्स के माध्यम से सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास की भावना साकार हो रही है। यह परियोजना सूरत डायमंड बुर्स को कारीगरों, व्यापारियों, उद्योगपतियों और खरीदारों के लिए वन-स्टॉप सेंटर बनाएगी। सूरत में एक ही स्थान पर, एक ही छत के नीचे, कच्चे और पॉलिश किए गए हीरों का सबसे बड़ा बाजार है। इस बुर्से परियोजना के साथ ही सूरत को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा मिल गया है, जिसका सीधा फायदा सूरत के हीरा उद्योग, हीरा और आभूषण कंपनियों, प्रयोगशाला में विकसित हीरा कंपनियों को निर्यात और व्यापार में मिलेगा।
आज डायमंड बुर्स की लॉन्चिंग से दो लाख करोड़ का कारोबार और देश-विदेश से खरीदार-विक्रेता सूरत पहुंचेंगे। ऐसे में प्रधानमंत्री ने सूरत के नर्मद विश्वविद्यालय में युवा छात्रों के लिए विदेशी भाषाएं सीखने और संवाद करने के लिए भाषा व्याख्या पाठ्यक्रम शुरू करने का सुझाव दिया।
उन्होंने आगे कहा वैश्विक माहौल भारत के पक्ष में है। जहां विदेशी देश भारत की ओर सम्मान और आशा की दृष्टि से देख रहे हैं, वहीं उन्होंने सभी से इस वैश्विक अनुकूल वातावरण में देश की प्रगति के लिए भागीदार बनने का आह्वान किया। उन्होंने भारत से अगले पांच वर्षों में भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था और एक विकसित भारत बनाने के लिए भारतीय हीरा उद्योग, रत्न और आभूषण क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करने को कहा।