आर्थिक सर्वेक्षण से एक सकारात्मक केंद्रीय बजट का संकेत : कैट
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) ने आज प्रस्तुत हुए आर्थिक सर्वेक्षण पर टिप्पणी करते हुए कहा कि 7% जीडीपी की उम्मीद मजबूत बुनियादी सिद्धांतों के आधार पर भारत में एक मजबूत विकास की कहानी का दृढ़ संकेत है लेकिन चालू खाता घाटे का बढ़ना चिंता का कारण है और उम्मीद है कल पेश होने वाले केंद्रीय बजट में इस घाटे को कम किये जाने के लिए सार्थक एवं उपयुक्त उपाय किए जाएंगे।कैट ने कहा की आर्थिक सर्वेक्षण से यह लगता है की कल प्रस्तुत होने वाले केंद्रीय बजट में व्यापार एवं उद्योग के लिए अनेक समर्थन नीतियों का समावेश होगा।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि भारत की कोविड महामारी से रिकवरी प्रशंसनीय है जिसने घरेलू मांग में वृद्धि और पूंजीगत व्यय में वृद्धि से अर्थव्यवस्था में तेज वृद्धि करने में सहायता दी है, जो अन्य देशों की तुलना में बहुत अच्छी है।
उन्होंने कहा कि दुनिया भर में आर्थिक विकास की धीमी गति ने निश्चित रूप से वर्ष 2022 की दूसरी छमाही में भारत के निर्यात को प्रभावित किया है। ऐसे समय में जब अधिकांश देश वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं, यह सराहना करने की आवश्यकता है कि केंद्र सरकार ने समय समय पर आवश्यक कदम उठाते हुए वित्तीय तरलता को बनाए रखा है जिसकी वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में आगे बढ़ रही है।
हालांकि, सर्वेक्षण में, उधार लेने की लागत अधिक रहने का अनुमान है जो व्यापार और उद्योग के लिए चिंता का कारण है। हालांकि शहरी रोजगार दर में गिरावट आई है लेकिन कर्मचारी भविष्य निधि पंजीकरण में वृद्धि हुई है जो संतोषजनक है। केंद्र सरकार द्वारा पूंजीगत व्यय में 63% की वृद्धि ने व्यापार में विकास और बाजार में मुद्रा तरलता को बढ़ाने में मदद की है।