पांडेसरा जीआईडीसी की मिल में लगी भीषण आग
आग पर 2 घंटे में काबू पाया, ऑइल रिसाव के बाद आग लगने का प्राथमिक अनुमान
सूरत शहर के पांडेसरा जीआईडीसी में रानी सती नाम की मिल में आज सुबह करीब 10 बजे आग लग गई। इसकी जानकारी मिलते ही दमकल विभाग की करीब 15 गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। आग के कारण दो किलोमीटर तक धुंआ देखा गया। दमकल विभाग ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद पानी की तेज बौछार की मदद से आग पर काबू पाया। गौरतलब है सुबह बायलर के पास काम चल रहा था। इस बीच ऑइल रिसाव होने से केमिकल में चिंगारी उड़ने से देखते ही देखते भीषण आग लगने प्राथमिक अनुमान लगाया जा रहा है। तीन दिन बंद रहने के बाद आज मिल शुरू करने समय घटना घटी थी। सुबह बॉयलर काम कर रहा था। इसी बीच ऑइल रिसाव से केमिकल में चिंगारी उड़ने से भीषण आग लग गई। मिल 30 साल से अधिक पुरानी होने से स्ट्रक्चर भी कमजोर हो गया है। इ दमकल अधिकारी ने कहा कि मिल में अग्निशमन उपकरण थे।
मेयर घटना स्थल पर पहुंची
सूरत की मेयर हेमाली बोघावाला ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और कूलिंग का काम चल रहा है। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। दमकल विभाग के पहुंचने से पहले कुछ मिल कर्मियों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। शहर के दमकल विभाग की अधिकांश टीमें पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश की।
देखते ही देखते आग की लपटों में आयी मिल
पांडेसरा जीआईडीसी मिल में भीषण आग लगने के बाद दमकल विभाग हरकत में आ गया। डाइंग प्रीटिंग के अंदर अचानक आग लगने से देखते ही देखते पूरी मिल आग की चपेट में आ गई। आग इतनी भीषण थी कि उसका धुंआ दो किलोमीटर दूर से ही दिखाई दे रहा था। आग लगने से पास की मिलों में डर का माहौल था। अचानक आग लगने से भगदड़ मच गई।
फॉर्मयुक्त पानी की ब्यौछार से आग पर काबू पाया गया
पांडेसरा जीआईडीसी की रानी सती डाइंग मिल में आग लगने से दमकल विभाग के 15 गाड़ियों के काफिले की मदद से काबू पाने का प्रयास किया गया। दमकल विभाग ने फॉर्मयुक्त पानी का ब्यौछार की और दो घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। डाईंग प्रीटिंग में इस्तेमाल होने वाले रसायन और धागे पेट्रोलियम उत्पादों से बने होते हैं और अत्यधिक ज्वलनशील होते हैं। इस पदार्थ को सादे पानी से नियंत्रित करना बहुत मुश्किल होता है, इसलिए फॉर्मयुक्त पानी का ब्यौछार किया गया।
श्रमिकों का लगा जमावड़ा
मिल में यार्न और अन्य चीजों को धीरे धीरे बाहर निकालना शुरू किया गया। पांडेसरा जीआईडीसी के अंदर भीषण आग लगने के साथ आसपास के कारखानों से बड़ी संख्या में श्रमिक भी उमड़े। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। दमकल विभाग ने हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म वाले वाहन का उपयोग करके भी आग पर काबू पाने की कोशिश की।