सूरत

आजादी बाद पहली बार रेलवे के लिए 1.40 लाख करोड़ रूपयों का प्रावधान : मंत्री दर्शना जरदोश

केन्द्रीय राज्यमंत्री के हाथों उधना- सूरत रेलवे स्टेशन के विकास कार्यो का लोकार्पण

सूरत और उधना रेलवे स्टेशन पर नवनिर्मित प्लेटफॉर्म और एस्केलेटर सहित सीसीटीवी कैमरा और कोच गाइडन्स सिस्टम समेत गंगाधरा में नए पार्सल टर्मिलन का उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। उधना रेलवे स्टेशन में आयोजित कार्यक्रम दौरान केन्द्रीय रेलवे और कपड़ा मंत्री दर्शना जरदोश सहित प्रदेश प्रमुख और नवसारी सांसद सीआर पाटिल, सांसद प्रभु वसावा सहित वेस्टर्न रेलवे के आला अधिकारी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर रेलवे राज्यमंत्री दर्शना जरदोश ने बताया कि सूरत शहर से अभी तक 100 से ज्यादा पार्सल के लिए ट्रेनें दौड़ायी गई है। कोरोना महामारी दौरान रेलवे व्यापारियों के लिए आशीर्वाद स्वरूप साबित हुआ है। केन्द्रीय बजट में भी रेलवे के अत्याधुनिकीकरण और सुविधा पर जोर दिया गया है। आजादी के बाद पहली बार सिर्फ रेलवे के लिए केन्द्रीय बजट में 1.40 लाख करोड़ रूपये आवंटित किए गए है। जिससे अगले सालों में भारतीय रेल वैश्विक स्तर की सुविधा और इन्फ्रास्ट्रक्चर वाला बनेगा।

भारतियों के लिए रेलवे लाइफ लाइन समान होने की बात कहते कहा कि कोरोना महामारी दौरान जब पूरे देश में ऑक्सीजन की काफी कमी महसूस हुई थी, तब भी केन्द्र सरकार द्वारा युद्धस्तर पर देश के अलग अलग राज्यों से ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें दौड़ायी गई थी। जिसके फलस्वरूप कम समय में ऑक्सीजन के टैंकरों को पहुंचाने में रेलवे का अहम योगदान रहा था।

उद्घाटन समारोह दौरान उन्होंने कहा कि अत्याधुनिकरण के लिए केन्द्र सरकार कटिबद्ध है और इसके कारण देश के एक छोर से दूसरे छोर तक रेलवे का नेटवर्क स्थापित हो इसलिए भी सरकार प्रयासरत है। अगले समय में देशभर में 100 जितने कार्गो टर्मिनल शुरू किया जाएगा। जिससे गुड्स की हेरफेर सुगम और सरल बनेगा। इसके अलावा केन्द्रीय बजट में 400 वंदे भारत ट्रेन दौड़ाने के लिए भी प्रावधान किया जाएगा। जिसके चलते यात्री कम समय में अपने वतन पहुंच सकेंगे।

टेक्सटाइल पार्सल की 100 ट्रेनें और चीकु एक्सप्रेस की 180 स्पेशल ट्रेनें दौड़ायी : सीआर पाटिल

प्रदेश प्रमुख और सांसद सीआर पाटिल ने बताया कि देश दुनिया में टेक्सटाइल नगरी के तौरपर अलग पहचान सूरत शहर के कपड़ा उद्योग के हित को ध्यान में रखकर रेलवे द्वारा टेक्सटाइल पार्सल ट्रेनों भी दौड़ायी जा रही है। जिससे व्यापारियों को भी लाभ के साथ रेलवे को भी आय के स्त्रोत मिला है। उन्होंने आज सूरत में 100 वीं टेक्सटाइल ट्रेन दौड़ायी जाने की बात भी कहीं।

फ्लाइग राणी ट्रेन उधना रेलवे स्टेशन से दौड़ायी जा सकती है 

सूरत रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ को देखते हुए अब उधना रेलवे स्टेशन को भी विकल्प के तौरपर स्वीकार करना चाहिए। इस संदर्भ में सांसद सीआर पाटिल ने कहा कि सूरत से मुंबई अपडाउन करने वाले सैंकड़ो नागरिकों के लिए आशीर्वाद स्वरूप फ्लाइंग राणी ट्रेन अग उधना से शुरम की जाएगी तो इन लोगों को भी लाभ मिलेगा। इसके अलावा जलगांव लाइन की ट्रेनें भी उधना स्टेशन से शुरू की जाएगी तो सूरत रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ से निजात मिलेगी।

कोरोना महामारी में सूरत से 800 श्रमिक ट्रेनें दौड़ायी 

कोरोना महामारी दौरान वतन लौटने के इच्छुक श्रमिक और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए रेलवे द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभायी गई। केवल सूरत शहर में से ही 900 श्रमिक ट्रेनें दौड़ायी गई। लाखों की संख्या में सूरत शहर और जिले में अटके परिजनों के लिए यूपी, बिहार, ओडिसा सहित देश के अलग अलग राज्यों के लिए दौड़ायी गई इन ट्रेनों के चलते नागरिकों को राहत मिली थी।

वन प्रोडक्ट- वन स्टेशन के लिए सरकार कटिबद्ध

अभी तक रेलवे की पहचान सिर्फ एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने के माध्यम के तौरपर हो रही है। हालांकि केन्द्र सरकार द्वारा रेलवे के विकास के साथ साथ रेलवे से व्यापार धंधे को भी ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले इसलिए वन प्रोडक्ट वन स्टेशन नामक योजना को साकार किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। देशभर के अलग अलग राज्यों में खास चीजों के लिए वन प्रोडक्ट वन स्टेशन योजना से कनेक्टिविटी का आयोजन किया जाएगा।

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