सूरत में पहली बार 3100 छात्रों ने एक साथ 21 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया
आज का युवा पाश्चात्य संस्कृति की ओर जा रहा है। बचपन से ही उन्हें इस दिशा में मोड़ने के लिए हॉलीवुड और बॉलीवुड की अंधी नकल समान रूप से जिम्मेदार है। ऐसे में बच्चों में धर्म और भारतीय संस्कृति के गुणों का विकास किया जा सकता है। तब सूरत के एक स्कूल ने अनोखा प्रयास किया।
सूरत के पुनागाम क्षेत्र में नालंदा विद्यालय द्वारा सबसे पहले एक स्वागत योग्य पहल की गई। जिसमें विद्यालय के लगभग 3100 विद्यार्थियों ने 21 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया।
यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में स्कूली छात्रों ने एक साथ ग्राउंड पर हनुमान चालीसा का पाठ किया है। छात्रों ने एक साथ हनुमान चालीसा का गायन किया तो माहौल भी खुशनुमा हो गया।
स्कूल की एक छात्रा ने कहा कि हम हमेशा घर में हनुमान दादा की पूजा करते हैं, लेकिन यह पहली बार है जब हमने स्कूल से इस तरह एक साथ हनुमान चालीसा गाई है। हमारा अनुभव बहुत अच्छा रहा है, एक सकारात्मक ऊर्जा जिसे हम महसूस कर सकते हैं।
उधर, स्कूल के प्राचार्य ने कहा कि हमने वसुधैव कुटुंबकम की भावना से यह कार्यक्रम करने का फैसला किया। छात्रों ने भी काफी उत्साह दिखाया है। और कार्यक्रम का हमारे छात्रों पर बहुत प्रभाव पड़ा है।