जी-20 शिखर सम्मेलन, जो कि नई दिल्ली में आयोजित होने वाला अपनी तरह का अनोखा अंतर्राष्ट्रीय आयोजन है। भारतीय व्यापार के लिए कई बेहतर रास्ते खोलेगा और देश भर के व्यापारी शिखर सम्मेलन में लिए जाने वाले निर्णयों का उत्सुकता से इंतजार करेंगे।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा, हम वित्तीय समावेशन और डिजिटल प्रौद्योगिकी की स्वीकृति और कराधान नीतियों में सुधार पर कुछ रणनीतिक निर्णयों की उम्मीद करते हैं, जिसका न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में एसएमई व्यापार के विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।
खंडेलवाल ने बताया कि आयोजन के दौरान और बाद में जी-20 शिखर सम्मेलन के विभिन्न निर्णयों का अध्ययन तथा उन्हें समझने एवं उन्हें भारत के व्यापारिक समुदाय के बीच फैलाने के लिए कैट ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया है।
समिति के अन्य सदस्य हैं बृजमोहन अग्रवाल, ओडिशा, सुभाष अग्रवाल, कोलकाता, श्री अमर पारवानी, रायपुर, पंकज अरोड़ा, कानपुर, शंकर ठक्कर, मुंबई, धैर्यशील पाटिल, महाराष्ट्र, सुमित अग्रवाल, दिल्ली, प्रकाश बैद, असम और एस.एस. मनोज, केरल।
भरतिया और खंडेलवाल दोनों ने कहा कि जी20 विचार-विमर्श के परिणामस्वरूप, व्यापारियों को एफएमसीजी उत्पादों, कंप्यूटर और उसके बाह्य उपकरणों, संचार उपकरण, खिलौने, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, भारतीय हस्तशिल्प, आतिथ्य सेवा क्षेत्र से संबंधित निर्यात व्यापार में बड़ी वृद्धि की उम्मीद है। और इसके अलावा उपकरण, रत्न और आभूषण, फर्निशिंग आइटम, इलेक्ट्रॉनिक आइटम आदि के निर्यात व्यापार में भी वृद्धि की संभावना है।