बैंक ऑफ महाराष्ट्र में हिन्दी दिवस समारोह का भव्य आयोजन
पुणे : बैंक ऑफ महाराष्ट्र देश के सार्वजनिक क्षेत्र का अग्रणी बैंक है। बैंक द्वारा पुणे में दिनांक 23 नवंबर, 2022 को हिन्दी दिवस समारोह अत्यंत उत्साह के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री ए. एस. राजीव ने की। प्रख्यात फिल्म अभिनेत्री सुश्री मृणाल कुलकर्णी इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं । बैंक के कार्यपालक निदेशक श्री ए. बी. विजयकुमार, कार्यपालक निदेशक श्री आशीष पाण्डेय, महाप्रबंधक (मा.सं.प्र. व राजभाषा) श्री के. राजेश कुमार कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे। प्रधान कार्यालय के महाप्रबंधकगण, देश भर से आए कार्यपालकगण, अधिकारी और कर्मचारी इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
श्री के. राजेश कुमार, महाप्रबंधक ने सभी उपस्थित व्यक्तियों का स्वागत किया। इस अवसर पर बैंक की ई-पत्रिका “महाबैंक संवाद सरिता” के ब्रेल संस्करण का विमोचन श्री ए. एस. राजीव, सुश्री मृणाल कुलकर्णी और मंच पर उपस्थित मान्यवरों के कर-कमलों से किया गया। साथ ही, बैंक की तिमाही गृह पत्रिका “महाबैंक प्रगति” के आगामी अंक के मुखपृष्ठ का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित आंतरिक राजभाषा ट्रॉफी योजना के पुरस्कार वितरित किए गए।
कार्यक्रम के दौरान माननीय गृह मंत्री, वित्त राज्य मंत्री और भारतीय रिजर्व बैंक के माननीय गवर्नर से हिंदी दिवस के अवसर पर प्राप्त संदेशों को पढ़कर सुनाया गया।
सुश्री मृणाल कुलकर्णी ने इस अवसर पर कहा कि हिन्दी के प्रचार-प्रसार में हिन्दी सिनेमा और टेलीविजन का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि हिन्दी एक सरल भाषा है, जो भारत के हर प्रांत और स्थान पर बोली जाती है। उन्होंने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के उत्कृष्ट राजभाषा कार्य की सराहना की और बैंक को राजभाषा का सर्वोच्च सम्मान “कीर्ति पुरस्कार” प्राप्त करने पर बधाई दी।
अपने अध्यक्षीय भाषण में प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री ए. एस. राजीव ने कहा कि अपनेपन के साथ उत्तम ग्राहक सेवा प्रदान करने में हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं और जन-जन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए तथा अपनी योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए हिन्दी श्रेष्ठ विकल्प है।
श्री ए. बी. विजयकुमार, कार्यपालक निदेशक ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि हमें अपने रोजाना के कार्य में सरल और बोलचाल की हिंदी का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं का प्रयोग हमारे व्यवसाय वृद्धि के लिए भी सहायक है।
कार्यपालक निदेशक, श्री आशीष पाण्डेय ने अपने संबोधन में कहा कि ग्राहक हमारे केंद्र-बिंदु हैं और अपनी भाषाओं में संवाद से ग्राहक हमारे साथ अपनापन महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपनी भाषाओं पर गर्व होना चाहिए।
सुषमा तिवारी, सहायक महाप्रबंधक (निरीक्षण) ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का सूत्र संचालन डॉ. राजेन्द्र श्रीवास्तव, उप महाप्रबंधक (राजभाषा) ने किया।