
राज्य भर के सीएनजी पंप मालिकों ने अपने मार्जिन में वृद्धि नहीं करने के विरोध में 3 मार्च को सीएनजी बिक्री बंद करने की घोषणा की थी। जिसके परिणामस्वरूप सरकार जागी और तुरंत सीएनजी पंप मालिक एसोसिएशन के साथ बैठक की। पंप मालिकों को 20 मार्च तक मार्जिन देने का वादा करते हुए हड़ताल वापस ले ली है।
सीएनजी पंप धारकों का कमिशन पिछले दिसंबर-2021 में ही बढ़ा है। लेकिन इसे लागू नहीं किया गया। देश में सीजीडी के 72 कंपनियां है उनके भी अलग-अलग एसोसिएशन है, इन कंपनियों ने भी कमीशन बढ़ाने के लिए उत्साह नहीं दिखाया था। जिससे खफा सीएनजी पंप धारकों के संगठन फेडरेशन ऑफ गुजरात पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने 3 मार्च को सीएनजी बिक्री बंद करने का ऐलान किया था।
राज्य में 876 सीएनजी पंप पर रोजाना 35 लाख किलो सीएनजी की बिक्री होती है। इसे देखते हुए वाहन यातायात पर बड़ा असर पहुंच सकता था। जिससे गांधीनगर में सिविल सप्लाई डिपार्टमेंट की उपस्थिति में तीन ऑयल कंपनियों के अधिकारी, गैस कंपनी के अधिकारी और फेडरेशन के पदाधिकारियों के साथ एक मीटिंग हुई। जिसमें आईओसी कंपनी के एसएलसी ने लिखित पत्र देकर आश्वासन दिया कि डीलर मार्जिन 20 मार्च तक दी जाएगी।



