सूरत

सूरत में गुजराती भाषा में हार्टफुलनेस ऐप का विमोचन किया गया

श्रद्धेय दाजी के मार्गदर्शन में 6000 से ज़्यादा कॉर्पोरेट सदस्य और 250 से ज़्यादा छात्र ध्यान कर रहे हैं

सूरत, 4 अगस्त 2024: हार्टफुलनेस ने सूरत में गुजराती भाषा में हार्टफुलनेस ऐप प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में उद्यमी, कॉर्पोरेट और अभ्यासकर्ता शामिल हुए। यह ऐप उपयोगकर्ता के लिए एक आसान साधन है, जिससे वे अपनी सुविधानुसार दूर से भी ध्यान कर सकते हैं और कहीं भी और कभी भी हार्टफुलनेस ध्यान के लाभ उठा सकते हैं।

हार्टफुलनेस के मार्गदर्शक और श्री राम चंद्र मिशन के अध्यक्ष श्रद्धेय दाजी ने सूरत में अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान इस कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम में उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में एयूआरओ विश्वविद्यालय, गुजरात के संस्थापक और अध्यक्ष श्री एच.पी. रामा, उद्यमी श्री सावजी ढोलकिया, प्रसिद्ध गुजराती कवि डॉ. विनोद जोशी और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी श्री भाग्येश झा शामिल थे।

इस कार्यक्रम में श्रद्धेय दाजी द्वारा गुजराती भाषा में बेस्टसेलर पुस्तकों, जैसे स्पिरिचुअल एनाटॉमी, द विजडम ब्रिज और यर्निंग ऑफ द हार्ट का पुनः विमोचन भी किया गया। इसके बाद डॉ. विनोद जोशी ने दाजी के साथ स्पिरिचुअल एनाटॉमी पुस्तक पर केंद्रित दिल से दिल की बातचीत की, जिसमें दाजी ने हमारी आंतरिक क्षमता को अनलॉक करने, ध्यान की प्रासंगिकता को समझने और हमारे दैनिक जीवन पर इसके गहन प्रभाव का सार स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि कैसे ध्यान एक संतुलित जीवन शैली को बढ़ावा देता है, जो समग्र कल्याण और समग्र स्वास्थ्य में योगदान देता है।

इस अभ्यास को अपना कर हम अपने भीतर के आत्म को सामंजस्य में ला सकते हैं, जिससे एक अधिक पूर्ण और शांत अस्तित्व प्राप्त होता है। एक और रोमांचक बातचीत में श्री भाग्येश झा ने दाजी से द विजडम ब्रिज के बारे में सवाल पूछे, जिसमें दाजी ने आज की दुनिया में गहन अंतर्दृष्टि और देखभाल के साथ पालन-पोषण और परिवार का भरण-पोषण करने के सार पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगली पीढ़ी का पालन-पोषण करना एक कला है जो हमारी सबसे गहरी क्षमता को पोषित करती है। इसके अतिरिक्त हार्टफुलनेस की कई अन्य पुस्तकें प्रतिभागियों को रियायती दरों पर उपलब्ध कराई गईं।

हार्टफुलनेस के मार्गदर्शक और श्री राम चंद्र मिशन के अध्यक्ष श्रद्धेय दाजी ने कहा, “यह देखकर बहुत खुशी होती है कि प्रतिभागी ध्यान को अपनाने और इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए कितनी तत्परता से काम कर रहे हैं। छात्रों से लेकर कॉरपोरेट और उद्यमियों तक, ध्यान को समग्र स्वास्थ्य और अपनी सबसे बड़ी क्षमता को प्राप्त करने के लिए सबसे सुलभ साधन बनाया जाना चाहिए।”

ऑरो यूनिवर्सिटी के संस्थापक और अध्यक्ष  एच. पी. रामा ने कहा, “ध्यान का हमेशा से ही हर समय अपना महत्व रहा है। ध्यान चिंतन के लिए एक अनिवार्य साधन है, जो अपने भीतर और ईश्वर से जुड़ने और चेतना के उच्चतम स्तर को प्रकट करने के लिए है। श्री अरबिंदो ने दशकों पहले इस संदेश को फैलाया था। आज श्रद्धेय दाजी सभी के लिए ध्यान को सुलभ बना रहे हैं। हार्टफुलनेस ऐप इसके लिए एक शानदार तरीका है। मैं प्रतिभागियों को दाजी की ये किताबें पढ़ने और अपने असली स्वभाव को जानने की सलाह भी देता हूँ।”

उद्यमी श्री सावजी ढोलकिया ने कहा, “ध्यान आपको स्पष्टता के साथ सोचने और जीवन में अपना उद्देश्य खोजने की शक्ति देता है। हमें बहुत खुशी है कि आदरणीय दाजी आज हमारे साथ हैं और प्राणाहुति के माध्यम से ध्यान करने के तरीके की ओर हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं। यह आंतरिक स्व तक पहुँचने और अपनी ऊर्जा को सकारात्मक तरीके से प्रवाहित करने का सबसे आसान तरीका है। हम उद्यमियों को व्यवसाय में बड़े निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को भी यही करना होता है। ध्यान निर्णय लेने की शक्ति को प्राप्त करने का तरीका है।”

इसके पिछले दिन दाजी ने 6000 से ज़्यादा कॉर्पोरेट सदस्यों के लिए हार्टफुलनेस ध्यान सत्र का नेतृत्व किया। आदरणीय दाजी ने AURO मेडिटेशन हॉल में 250 से ज़्यादा स्कूली छात्रों को संबोधित किया और उन्हें हार्टफुलनेस और ध्यान को जीवन जीने के तरीके के रूप में पेश किया।

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