सूरत। ‘5 सितंबर-शिक्षक दिवस’ के तहत सिटीलाइट के अग्रसेन भवन में जिला और तालुका स्तर के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल की अध्यक्षता में सम्मानित किया गया। ‘शिक्षक दिवस’ के उत्सव के तहत जिला प्रशासन, जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय एवं जिला शिक्षा प्रा अधिकारी-सूरत के संयुक्त रूप से आयोजित सम्मान समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले जिले और तालुका के सर्वश्रेष्ठ 7 शिक्षकों को शॉल, प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
वन एवं पर्यावरण मंत्री ने कहा कि हर सफल व्यक्ति के पीछे एक शिक्षक का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। बच्चों के उज्ज्वल भविष्य में योगदान दे रहे शिक्षकों के लिए अपने विद्यार्थियों को डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक या अधिकारी बनते देखना जीवन का सबसे बड़ा पुरस्कार है। शिक्षक दिवस का उत्सव समाज के निर्माण में शिक्षकों के योगदान के प्रति सम्मान है, मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्य में शुरू किये गये विद्यालय प्रवेश उत्सव कार्यक्रम के कारण ड्रॉप आउट अनुपात में गिरावट आयी है।
उन्होंने कहा कि राज्य के सरकारी स्कूलों में उपलब्ध गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, उच्च शैक्षणिक सुविधाओं के कारण निजी स्कूलों के छात्र सरकारी स्कूलों में प्रवेश ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बच्चों को बचपन से ही वृक्षारोपण और जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक कर पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस अवसर पर जिले के विद्यालयों के 19 मेधावी छात्र-छात्राओं को मंत्री के हाथों प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।