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भरण-पोषण के तौर पर पत्नी को 4500 रुपए चुकाने का पति को आदेश
घरेलू हिंसा से पीडि़त विवाहिता ने कोर्ट से लगाई थी गुहार
सूरत। घरेलू हिंसा से पीडि़त विवाहिता की अर्जी मंजूर करते हुए कोर्ट ने भरण-पोषण और मकान किराए के तौर पर पत्नी को प्रतिमाह 4500 रुपए चुकाने का पति को आदेश दिया है।
अभियोजन पक्ष की अधिवक्ता सोनल एम.शर्मा के मुताबिक, उनकी मुवक्किल प्रीति की शादी वर्ष 2018 में राहुल के साथ हुई थी। शादी के बाद राहुल पत्नी को संयुक्त परिवार के बजाए अलग मकान में रहने के लिए ले गया। उसके बाद उसे पति समेत ससुराल पक्ष के लोगों ने प्रताडि़त करना शुरू किया। शादी के कुछ दिन बाद ही राहुल पत्नी को पीहर में छोड़ कर चला गया और उसके बाद साथ ले जाने से इनकार कर दिया।
इस दौरान प्रीलिटीगेशन सेंटर में अर्जी भी की गई इसके बाद भी पति राहुल पत्नी को साथ नहीं ले गया और भरण-पोषण की भी कोई व्यवस्था नहीं की। जिसके चलते विवाहिता ने कोर्ट में घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत अर्जी की थी।
सुनवाई के दौरान विवाहिता की ओर से अधिवक्ता सोनल एम.शर्मा ने दलीलें पेश की। अंतिम सुनवाई के बाद कोर्ट ने विवाहिता की अर्जी मंजूर कर ली और प्रतिमाह भरण-पोषण के लिए तीन हजार रुपए और किराए के तौर पर प्रतिमाह 1500 रुपए पत्नी को चुकाने का पति को आदेश दिया।