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अगर बुक्स की हो रिकॉर्डिंग सही तो नोटिस के चांस हो सकते हैं कम

सूरत। टैक्स कंसल्टेंट नारायण शर्मा ने बताया कि जीएसटी जब से लागू हुआ जब से लेकर अब तक हजारों की संख्या में जीएसटी में रूल्स व नोटिफिकेशन आ चुके है फिर चाहे व आईटीसी को लेकर को लेकर,मिचमेच को लेकर,या रजिस्ट्रेशन को लेकर,इतियादी हो रहे बदलाव की वजह से याद रखना हर टैक्सपेयर व पार्ट टाइम जॉब एकाउंट वालो के लिए संभव नही होता। इसके लिए हर पार्ट टाइम एकाउंट करने वाले को खास अपनी एकाउंटिंग की सही रिकॉर्डिंग करने में ध्यान देना होता हैं।

जैसे कि जीएसटी आर 1 से जीएसटी आर 3 बी,जीएसटी आर 1 से बुक्स,जीएसटी आर 3 बी से बुक्स,जीएसटी आर 3 बी से 2 ए व 2 बी,अगर ये सभी एक दूसरे से मैच हो रहे है। साथ ही जो भी आप बुक्स ऑफ एकाउंट में एंट्री कर रहे हो व सही जगह जा रही हैं या नही। इसके साथ साथ हर महीने के 2 बी व 3 बी के डेटा मिलान करने के बाद जो भी मिचमेच हैं उसका अलग से हिसाब रखना। इन सभी बातों का ध्यान रखें तो लगभग किसी भी प्रकार से मिसमेच के नोटिस आने के चांस कम नजर आ सकेंगे।

 

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