भारत के रंग-एकल के संग कार्यक्रम में वनवासी कथाकारों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुति
एकल श्रीहरि की तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक सम्पन्न
देश के वनवासी समाज का शिक्षा एवं संस्कार के माध्यम से चहुँमुखी विकास को प्रयत्नशील एकल श्रीहरि गत 25 वर्षों से सूरत शहर में कार्यरत है। श्रीहरि की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की तीन दिवसीय बैठक अग्र एग्जोटिका, डुमस रोड पर सम्पन्न हुई।
तीन दिनों में एकल श्रीहरि के वर्तमान कार्यों एवं आगामी लक्ष्य प्राप्ति के लिये योजनाओं को मूर्त रूप देने हेतु पूरे देश में स्थापित श्रीहरि के 22 चैप्टर्स से लगभग 100 पदाधिकारी योजनाओं के केन्द्रीय प्रभारी एवं सेवाव्रती कार्यकर्ता मौजूद थे।
श्रीहरि के राष्ट्रीय महामंत्री अनिल मानसिंहका ने बताया कि वर्तमान में देषभर में 72000 छोटे एवं आदिवासी गांवों में संस्कार शिक्षा केन्द्र चल रहे हैं। 1680 वनवासी व्यास कथाकार वनवासी क्षेत्रों में श्रीहरि कथाएं करके सनातन संस्कृति का भाव जाग्रत करते हैं।
9 माह का सघन अनुशासनात्मक प्रषिक्षण देकर पिछले वर्ष 530 नये व्यास कथाकार तैयार किये गये हैं। 61 श्रीहरि मंदिर रथ गांव-गांव घूमकर भगवान के दर्शन करा रहे हैं। श्रीहरि की योजनाओं से वनवासी क्षेत्रों में नशामुक्त जीवन जीने की प्रेरणा मिली है। गांव के गांव नशामुक्त होकर समरस जीवन यापन कर रहे हैं।
बिन दुधारू गायों के संरक्षण हेतु उन्हें शहरों की गौषालाओं से निकाल कर किसानों के घर भेजी जा रही है। किसानों को प्रषिक्षण देकर गाय के गोबर एवं मूत्र से ही लोगों को स्वावलम्बी बनाने की योजना पर कार्य प्रगति में है।
श्रीहरि गुजरात प्रान्त के अध्यक्ष श्री रतनलाल दारूका ने बताया कि एकल अभियान कार्यों की गति को देखते हुए सूरत में एकल भवन होना चाहिए। श्रीहरि महिला समिति की कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती कान्ता सोनी को संस्था के प्रति उनकी विषिष्ठ सेवाओं के लिये प्रषस्ति पत्र दिया गया।
राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सी.ए. महेश मित्तल ने बताया कि देश के छोटे-छोटे 4 लाख गांवों में संस्कार शिक्षा केन्द्र संचालित करने की योजना है। शहरों की शबरी बस्तियों में 2 करोड़ लोगों तक संस्कार केन्द्र पहुंचाने, 200 श्रीहरि मंदिर रथ संचालित करने, प्रतिवर्ष 10 हजार नये व्यास कथाकार तैयार करना, बिन दुधारू 1 करोड़ गायों को किसानों के घरों में सोंपने का लक्ष्य है।
चैप्टर के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर सूरत चैप्टर द्वारा प्रकाशित समारिका एवं सदस्य निर्देशिका का विमोचन एकल अभियान के केन्द्रीय प्रमुख श्री माधवेन्द्र सिंह एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ. एस.एन.काबरा द्वारा किया गया। श्री काबरा जी ने श्रीहरि के आगामी राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिये सी.ए. महेश मित्तल को मनोनीत किया।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के दूसरे दिन श्रीहरि के वनवासी कथाकारों की टीम द्वारा देशभक्ति एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम ”भारत के रंग एकल के संग“ की मनभावन प्रस्तुति दी गई। संस्था के वनवासी कथाकार कलाकारों की इस टीम ने अमेरिका में 60 से अधिक शहरों में अपनी प्रस्तुति दी है।
समिति के सभी कार्यकर्ताओं, महिला एवं युवा शाखा ने तीन दिवसीय बैठक को सफल बनाने के लिये पूरा सहयोग दिया। तीन दिन की बैठक में नई योजनाओं की रूपरेखा, उन पर कार्य एवं वंछित परिणाम प्राप्त करने हेतु गहन चिन्तन-मनन किया गया।
नगर एवं ग्राम संगठन में आपसी समन्वय स्थापित हुआ है जिससे एकल अभियान कार्यों में गति आयेगी एवं राष्ट्र नवनिर्माण कार्यों में सहायता मिलेगी।
उपाध्यक्ष प्रमोद पोद्दार ने भारत के रंग-एकल के संग कार्यक्रम में पधारे सदस्यों का स्वागत किया। मंत्री श्री विश्वनाथ सिंघानिया, कोषाध्यक्ष श्री अशोक टिबड़ेवाल, महिला एवं युवा समिति ने कार्यक्रम की पूरी व्यवस्था सम्भाल रखी थी।
समापन समारोह में चैप्टर के अध्यक्ष रमेश अग्रवाल ने इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में देश भर से पधारे सभी महानुभावों का आभार प्रकट किया।