वेसू की यशोकृपा नगरी में सामूहिक दीक्षा का शुभारंभ
सूरत। भक्ति, आस्था और समर्पण से ओतप्रोत सूरत शहर
तपोभूमि यशोकृपा नगरी में आसरा निवासी कोरडीया भारमलभाई मालजीभाई परिवार ने सिद्धिपथ दर्शक श्री उपधान तपोत्सव के साथ भव्य दीक्षा का आयोजन किया है।
सूरत शहर के वेसू क्षेत्र में पावन निश्रा भक्तियोगाचार्य प.पू.आ.भ.श्री यशोविजय सूरीश्वरजी म.सा., प.पू.आ.भ.श्री मुनिचंद्र सूरीश्वरजी म.सा., सरस्वती लब्धप्रसाद प.पू.आ भ..श्री रत्नसुन्दर सूरीश्वरजी म.सा. आदि विशाल श्रमण श्रमनी वृंद की निश्रा में रोम रोम विरति रथ में 23 दीक्षाएं होनी थीं, जो अब 24 दीक्षाओं में बदल दी गई हैं। तीन दिवसीय महोत्सव का पहला दिन आज यशोकृपा नगरी – बलार फार्म वेसु में शुरू हुआ।
जिसमें आज कार्तिक वद बीज के शुभ दिन बुधवार को सुबह 8:30 बजे भक्तियोगाचार्य प.पू.आ.भ.श्री यशोविजय सूरीश्वरजी म.सा., प.पू.आ.भ.श्री मुनिचंद्र सूरीश्वरजी म.सा., सरस्वती लब्धप्रसाद प.पू.आ भ..श्री रत्नसुन्दर सूरीश्वरजी म.सा. 700 से अधिक आदि विशिष्ट श्रमण श्रमणी भगवंतों ने यशोकृपा नगरी में प्रवेश किया। सुबह 9:00 बजे अंकुर भाई और हार्दिक भाई द्वारा व्याख्यान और उपकरण उछामनी हुई और दोपहर 2 बजे दीक्षार्थी का उपकरण और वधामना और दीक्षार्थी की छाब भरने की विधि हर्षित भाई और ईशान भाई की उपस्थिति में आयोजित की गई।
कारतक वद त्रिज – गुरुवार, 30 नवंबर को सुबह 9:00 बजे, एक भव्य वर्षीदानयात्रा आयोजित की जाएगी जिसमें देश भर से विभिन्न मंडलियां, हाथी, घोड़े, शामिल होंगी।
साथ ही, दीक्षार्थियों की भव्य रथ यात्रा विभिन्न मार्गों पर निकलेगी। इन 24 दीक्षार्थियों को देखने और आनंद लेने के लिए देश भर से लोग उमड़ पड़े हैं।