सूरत। सोमवार को अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान केंद्रीय कपड़ा, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कपड़ा व्यापारियों के साथ इंटरएक्टिव सत्र को संबोधित किया। जिसमें में पीयूष गोयल ने कहा कि, “भारत का कपड़ा निर्यात अगले 5-6 सालों में 250 अरब डॉलर सकता है।
सूरत मानव निर्मित फाइबर (एमएमएफ) कपड़ों के निर्माण का केंद्र है और देश में इसकी हिस्सेदारी लगभग 50% है। सरकार नवोन्मेषी कपड़ा मशीनरी विकसित करने के लिए विनिर्माताओं को प्रोत्साहित करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिससे चीन जैसे देशों पर आयात निर्भरता कम हो सके।
गोयल ने कहा, प्रोडक्ट लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के पहले चरण में, हमने लगभग 64 कंपनियों को मंजूरी दी, जिनमें से 13 कंपनियां गुजरात, खासकर सूरत और अहमदाबाद से हैं। मंत्री पियुष गोयल से सूरत के व्यापारियों ने टेक्सटाइल यूनिर्वसिटी बनाने की मांग की, जिससे स्कील्स डेवलप हो सके। गोयल ने लंबित प्रश्नाों का भी जल्द ही हल करने का भरोसा दिलाया।