
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सूरत में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत दो लाख लाभार्थियों को निःशुल्क अनाज वितरण के लाभ की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि इस योजना से यह सुनिश्चित होता है कि हमारी सरकार कोई छूटे नहीं, कोई रूठे नहीं और कोई ठगे नहीं इस पर दृढ़ता से काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने सुरती लहजे ने अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कोई भी गरीब भूखा न रहे इसकी चिंता करते हुए हमने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की और 80 करोड़ लोगों को आज भी निशुल्क अनाज दिया जा रहा है। सूरत जिला प्रशासन ने इसमें और सुनिश्चित किया कि कोई भी गरीब और जरूरतमंद अन्न लाभ से वंचित न रहे।
सूरत जिले में घर घर पहुंच कर सर्वे कर दिव्यांग, गंगा स्वरूप बहने और गरीबों को ढूंढ कर उन्हें अन्न सुरक्षा का लाभ देने की पहल की है। यह पहल देश के अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बनेगी। इससे यह साबित होता है कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित करने में आगे बढ़ रही है कि कोई छूटे नहीं, कोई रूठे नहीं और कोई ठगे नहीं।
पहले गुजरात में पांच करोड़ फर्जी राशन कार्ड थे, लेकिन हमारी सरकार ने राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने का कार्य किया। इससे ठग, चोर लुटेरे गायब हो गए और जो गरीब इसके हकदार थे उन्हें उनका हक मिलने लगा है। एक दशक में हमारी सरकार ने गरीबों के कल्याण को केंद्र में रखकर कार्य किया है। कई योजनाएं गरीबों के इर्द गिर्द ही बनाई गई। इन योजनाओं से आज गरीबों के जीवन में बदलाव देखने मिल रहा है। इसी का परिणाम है देश के 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए है।
उन्होंने कहा कि पहले सिर्फ गरीबी हटाओ के नारे दिए जाते थे, लेकिन यह हमारी सरकार ने कर के दिखाया है। मोदी ने कहा कि जिसे कोई पूछता नहीं था, मोदी उसकी पूजा करता है।