सूरत। पूरे देश में सिल्क सिटी के नाम से मशहूर सूरत के व्यापारियों को अब चुनाव प्रचार सामग्री के भी आर्डर मिल रहे है। देश में कहीं भी चुनाव हों, लेकिन प्रचार सामग्री की मांग केवल सूरत में ही होती है। झारखंड-महाराष्ट्र में चुनावी बिगुल बजने के साथ ही राजनीतिक दल सूरत से चुनाव प्रचार सामग्री मंगा रहे हैं। महाराष्ट्र में गठबंधन पार्टियों का लोगो एक ही खेस में ट्रेंड कर रहा है। इसके साथ ही नवारी साड़ी, झंडे, टी-शर्ट, टोपी के भी ऑर्डर आ रहे हैं। मांग को देखते हुए सूरत के व्यापारी 50 करोड़ के कारोबार का अनुमान लगा है।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव के बाद अब पूरे देश की नजरें महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव पर हैं। पार्टियों ने चुनाव प्रचार के लिए जिस शहर को चुनाव सामग्री के लिए चुना है वह गुजरात का सूरत शहर है। महाराष्ट्र और झारखंड के नेताओं ने तीन महीने पहले ही अनुकूलित चुनाव सामग्री के ऑर्डर दे दिए थे।
महाराष्ट्र में इस बार दोनों महागठबंधनों के बीच लड़ाई साफ नजर आ रही है। आमतौर पर जब नेता चुनाव प्रचार में खेस पहनते हैं, तो खेस पर उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह दिखाई देता है। लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में पहली बार खेस पर किसी एक पार्टी का सिंबल नहीं बल्कि महागठबंधन पार्टी का सिंबल देखने को मिल रहा है। एक खेस पर महा अघाड़ी के सभी दलों के प्रतीक हैं, जबकि दूसरे खेस पर महायुति के सभी दलों के प्रतीक हैं। यह पहली बार है कि एक ही खेस पर कई राजनीतिक दलों के प्रतीक चिह्न अंकित किए गए हैं।