सूरत में प्रेम गली के नाम से मशहूर है काछिया शेरी, आइए जानते हैं क्या है इस गली की खासियत
1800 की आबादी वाली इस गली में अब तक करीब 80 जोड़ों ने किया प्रेम विवाह
आज के आधुनिक युग में प्यार सोशल मीडिया तक ही सीमित रह गया है, वहीं एक गली ऐसी है जो प्यार का प्रतीक बन गई है। जो सोशल मीडिया से दूर रहते हैं और अपने पार्टनर को हमेशा प्यार का एहसास कराती रहती हैं। प्यार का इजहार करने या प्यार करने के लिए सिर्फ वेलेंटाइन डे नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी जगह है जहां हर दिन वेलेंटाइन डे मनाया जाता है। हम बात कर रहे है सूरत के काछिया स्ट्रीट की, जहां दो नहीं बल्कि करीब 80 जोड़ों ने लव मैरेज किया है।
ससुराल और मायका एक ही जगह पर
सूरत के सैयदपुरा इलाके में काछिया स्ट्रीट इलाके की आबादी करीबन 1800 लोगों की है। जिसमें अधिकतर कच्छी समाज के लोग रहते हैं। एक ही समाज से होने के कारण सभी एक-दूसरे से परिचित हैं और यही कारण है कि यहां के लोग ज्यादातर प्रेम विवाह में विश्वास करते हैं। सूरत की इस काछिया गली को प्रेम गली के नाम से भी जाना जाता है। इसकी खास बात यह है कि ससुराल भी उसी सड़क पर स्थित है और मायका भी उसी सड़क पर स्थित है।
पीढ़ी दर पीढ़ी प्रेम विवाह में विश्वास
14 फरवरी वैलेंटाइन डे के रूप में मनाते हैं और आज के दिन को न सिर्फ युवा बल्कि बुजुर्ग भी इस दिन हर एक-दूसरे से अपने प्यार का इजहार करते है। कई लोगों का मानना है कि प्रेम विवाह ज्यादातर सफल नहीं होते हैं। लेकिन आज हम आपसे एक ऐसे क्षेत्र के बारे में बात करने जा रहे हैं जहां पीढ़ी दर पीढ़ी प्रेम विवाह में विश्वास किया जाता है।
काछिया समुदाय के 1800 से अधिक लोग यहां के काछिया गली में पिता और दादा के समय से रहते आ रहे हैं। खास बात यह है कि यहां पीढ़ी दर पीढ़ी लोग प्रेम विवाह करते आ रहे हैं। जहां आज भी इस गली में लगभग 70 से 80 जोड़े ऐसे हैं जिनकी शादियां हो चुकी हैं और आज भी वे अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी रह रहे हैं।